केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने जाना आइसोलेट मरीजों का हाल, कोविड की समीक्षा बैठक की

सांसद शेजवलकर के ध्यानाकर्षण पर सिंधिया ने डीआरडीओ में कोरोना सैम्पल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के निर्देश भी दिए

केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने जाना आइसोलेट मरीजों का हाल, कोविड की समीक्षा बैठक की

ग्वालियर। केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार को ग्वालियर आए। यहां उन्होंने मोतीमहल स्थित मानसभागार में कोविड को लेकर समीक्षा बैठक ली तथा आवश्यक दिषा-निर्देष दिए। इसके साथ ही सिंधिया ने कोविड कमांड सेंटर में कोरोना संक्रमण के कारण घरों में आइसोलेट मरीजों से वीडियो कॉल द्वारा हालचाल भी पूछा। उन्होंने मरीजों से जानकारी ली कि उन्हें समय पर दवा मिल रही है या नहीं, अब उनका स्वास्थ्य कैसा है। इस दौरान जिन मरीजों ने समस्याएं बताईं, उनको दूर करने के निर्देष उन्होंने अफसरों को दिए। सिंधिया ने डीआरडीओ ग्वालियर में कोरोना सैम्पल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि राज्य अथवा केन्द्र सरकार जहां से भी डीआरडीओ में जीनोम सीक्वेंसिंग कराने की अनुमति की जरूरत होगी, वहां से अनुमति दिला दी जाएगी। बैठक में सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने डीआरडीओ ग्वालियर में जीनोम सीक्वेंसिंग कराए जाने की ओर ध्यान आकर्षित किया था। उन्होंने कहा कि शहर के साथ-साथ ग्रामीण अंचल में भी प्रमुखता के साथ कोरोना की जाँच कराई जाए। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने बैठक में जोर देकर कहा कि शहर के साथ-साथ ग्रामीण अंचल में भी प्रमुखता के साथ कोरोना की जाँच कराई जाए। उन्होंने कहा कि डोर टू डोर सर्वे कर 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के शत-प्रतिशत बच्चों को कोरोना के टीके लगवाएं। बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों से भी उन्होंने आग्रह किया कि इस पुनीत काम में आप सब भी सहयोग करें। सिंधिया ने 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्गों को तेजी के साथ प्रिकॉशन डोज लगाने पर भी विशेष बल दिया। साथ ही कहा कि सभी स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंट लाईन वर्कर्स को भी प्रमुखता के साथ प्रिकॉशन डोज लगवाए जाएं। 

कलेक्टर ने कहा- कोरोना संक्रमण दर में आई कमी, सभी मरीजों को घर पर ही पहुँचाई जा रही दवाइयां
ग्वालियर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कोरोना की समीक्षा बैठक में जानकारी दी कि पिछले एक हफ्ते में कोरोना संक्रमण दर में कमी आई है। उन्होंने बताया कि जिले में तीसरी लहर के दौरान अधिकतम पॉजिटिविटी रेट 16.25 प्रतिशत तक पहुँची थी, जो अब घटकर 9.27 प्रतिशत पर आ गई है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जिले में वर्तमान में कुल 3 हजार 335 एक्टिव कोरोना केस हैं। इनमें से मात्र 55 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, शेष मरीज घर पर ही आइसोलेट होकर अपना इलाज करा रहे हैं। कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से दिन में दो बार घर पर आइसोलेट मरीजों से संपर्क किया जाता है। सभी को घर पर ही दवाइयां पहुँचाई जा रही हैं। 

सिंधिया ने कहा- ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को एक हफ्ते के भीतर राहत मिले एवं फसल उपार्जन में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो 
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जिले में ओलावृष्टि से प्रभावित फसलों के सर्वेक्षण और राहत वितरण की समीक्षा भी की। उन्होंने एक हफ्ते के भीतर सभी प्रभावित किसानों के खाते में राहत पहुँचाने के निर्देश दिए। उन्होंने समर्थन मूल्य पर फसल उपार्जन में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने के निर्देश भी बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि विशेष मुहिम चलाकर गलत पंजीयन कराने वालों, गड़बड़ी करने वाले कर्मचारियों व ऐसे व्यापारियों को खोजें जो किसानों के नाम पर समर्थन मूल्य पर उपज बेचने की जुर्रत करते हैं। इन सभी के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के साथ-साथ अन्य कानूनी प्रावधानों के तहत कठोरतम कार्रवाई की जाए। 

कोविड नियमों की उड़ीं धज्जियां
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लगातार मास्क पहनने व सोषल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखने की हिदायतें दी जा रही हैं, लेकिन मोतीमहल में केंद्रीय मंत्री सिंधिया के पहुंचने के दौरान सोषल डिस्टेंसिंग की अवहेलना नजर आई। यहां समर्थकों व अन्य लोगों का हुजूम लग गया। लोगों की भीड़ देखकर कहीं से भी नहीं लगा रहा था कि षहर में कोरोना का किसी को भय हो। 

इमरती से बोले कपड़े का नहीं, क्लीनिकल मास्क लगाएं
कोविड की समीक्षा बैठक लेने के बाद जब केंद्रीय मंत्री सिंधिया बाहर आए तो उनकी निगाह पूर्व मंत्री व लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष इमरती देवी पर पड़ी। इमरती देवी को कपड़े का मास्क लगाए देखकर उन्होंने टोका कि अभी कोरोना गया नहीं है। आप कपड़े का नहीं,  क्लीनिकल मास्क लगाइए, तभी कोरोना से बचाव होगा। इस पर इमरती देवी ने कहा कि गलती हो गई, आगे से ध्यान रखूंगी।