पाक बॉर्डर पर होवित्जर का परीक्षण

भारत ने नवंबर 2016 में करीब 750 मिलियन डॉलर की लागत से 145 होवित्जर की आपूर्ति के लिए अमेरिकी सरकार से सौदा किया था। इसमें 125 होवित्जर तोप अमेरिका से आ चुकी।

पाक बॉर्डर पर होवित्जर का परीक्षण
जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में अमेरिकन एम-777 अल्ट्रा लाइट होवित्जर गन के परीक्षण चल रहे हैं।

27 मई 22। जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में अमेरिकन एम-777 अल्ट्रा लाइट होवित्जर गन के परीक्षण चल रहे हैं। 155 एमएम की 39 कैलिबर वाली इस तोप की मारक क्षमता 30 से 40 किलोमीटर है। ये परीक्षण अगले कुछ दिन तक जारी रहेंगे। ट्रायल में सफल रहने के बाद इन गनों को चीन सीमा पर तैनात किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि इस तोप की खासियत यह है कि ये हल्की होने के कारण इसे फील्ड कर हेलिकॉप्टर के जरिए या अन्य किसी संसाधनों से एक से दूसरे स्थानों पर रखा जा सकता है। खासकर लेह लद्दाख व अरुणाचल प्रदेश के 16 हजार फीट से भी ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में हेलिकॉप्टर के जरिए इन्हें ले जाया जा सकता है। बोफोर्स तोप जहां 11 टन की भारी थी वहीं होवित्जर गन मात्र 4.4 टन की है। परीक्षण के समय अमेरिकन कंपनी बीएई सिस्टम और भारत में इस तोप को असेंबल करने वाली महिंद्रा डीएलएस के अधिकारी मौजूद रहे।
145 गन का ऑर्डर, अमेरिका से 125 आई
भारत ने नवंबर 2016 में करीब 750 मिलियन डॉलर की लागत से 145 होवित्जर की आपूर्ति के लिए अमेरिकी सरकार से सौदा किया था। इसमें 125 होवित्जर तोप अमेरिका से आ चुकी। पहली बार 18 मई 2017 को पहली डिलीवरी हुई थी, जिसमें दो गन अमेरिका से पहली बार भारत आई थी। जैसे-जैसे गन आ रही है, वैसे-वैसे इसका ट्रायल किया जा रहा है। रक्षा सूत्रों के अनुसार अब अमेरिका से केवल 20 गन ही आनी है, जो अगस्त 2022 तक आ जाएगी। इन गनों को 7-8 यूनिटों को बांटा गया है। एक यूनिट को करीब 18 गन दी जाएगी।