ई-कॉमर्स व डिजीटल मीडिया प्लेटफॉर्म से नशे की तस्करी न हो इस पर नारकोटिक्स ब्यूरो की नजर...

24 घंटे कर रहे डिजीटल मीडिया की निगरानी, डार्कनेट में पारंगत किए अफसर-

ई-कॉमर्स व डिजीटल मीडिया प्लेटफॉर्म से नशे की तस्करी न हो इस पर  नारकोटिक्स ब्यूरो की नजर...
ग्वालियर। ई-कॉमर्स और डिजीटल मीडिया पर बिकने वाले ड्रग्स व मादक पादर्थों की आवक रोकने के लिए केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो अब पूरी तरह सक्रिय हो गया है। इन गतिविधियों को रोकने के लिए ब्यूरो 24 घंटे डिजीटल मीडिया की निगरानी करने के साथ अपने अफसरों को डार्कनेट सहित सभी इंटरनेट प्लेटफॉर्म की ट्रेनिंग दे रहा है। इसके साथ ही ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म वाली कंपनियों को इसके परिणाम बताने की वर्कशॉप भी शुरू कर दी है।

यह जानकारी रविवार को केन्द्रीय नारकोटिक्स कमिश्नर राजेश एफ ढाबरे ने मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि ई-कॉमर्स व डिजीटल मीडिया के जरिए कुछ लोग अलग-अलग नामों से ड्रग्स व अन्य मादक पदार्थ बेचने के कुछ मामले सामने आने के बाद नारकोटिक्स ब्यूरो सक्रिय हो गए हैं। इन प्लेटफार्म की पहचान करने के लिए ब्यूरो के अफसरों को ट्रेनिंग दी गई है। इसमें डार्कनेट के साथ इंटरनेट के हर पहलुओं की ब्यूरो में 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है, जिससे यह अवैध कारोबार रोका जा सके। इसके अलावा ई-कॉमर्स से जुड़े लोगों को एनडीपीसी एक्ट के कानूनी पहलुओं और ड्रग्स की पहचान की जानकारी देने के लिए वर्कशॉप का आयोजन भी किया जा रहा है। इससे ड्रग्स के अवैध कारोबार को रोकने में मदद मिलेगी और सूचनाएं भी तेजी से मिल सकेंगी।