ननि चुनाव : सीटों के बंटवारे को लेकर सिर जोड़कर बैठे भाजपा के दिग्गज

भाजपा संगठन के कोर ग्रुप की बैठक होटल तानसेन के एक बंद कमरे में करीब 40 मिनट चली है। बैठक के शुरुआती VIDEO में बीच में सिंधिया बैठे हुए हैं उनके एक तरफ उनके कट्टर विरोधी व महाराष्ट्र के सहप्रभारी जयभान सिंह पवैया बैठे हुए हैं। पहली बार किसी बैठक में इन दोनों को पास बैठे और दूसरे के साथ बातचीत करते हुए व्यस्त देखा है। दोनों नेताओं की बैठक में यह जुगलबंदी सोशल मीडिया पर चर्चा बनी हुई है।

ननि चुनाव : सीटों के बंटवारे को लेकर सिर जोड़कर बैठे भाजपा के दिग्गज
भाजपा संगठन के कोर ग्रुप की बैठक होटल तानसेन के एक बंद कमरे में करीब 40 मिनट चली है। बैठक के शुरुआती VIDEO में बीच में सिंधिया बैठे हुए हैं उनके एक तरफ उनके कट्टर विरोधी व महाराष्ट्र के सहप्रभारी जयभान सिंह पवैया बैठे हुए हैं।

10 जून 22। ग्वालियर में होटल के बंद कमरे में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके कट्टर विरोधी जयभान सिंह पवैया के बीच गजब की जुगलबंदी नजर आई। संगठन की गोपनीय बैठक में दोनों एक दूसरे के पास बैठकर बातचीत करते हुए नजर आए। जबसे सिंधिया भाजपा में आए है। इस तरह किसी बैठक में दोनों एक साथ बैठकर संगठन के लिए चर्चा करते हुए पहली बार नजर आए हैं।
यह बैठक BJP कोर ग्रुप की बैठक थी जिसमें पार्षद के टिकट से लेकर महापौर चुनाव की रणनीति पर बात हुई है। यह बैठक बहुत खास रही है। इस बैठक में क्या बातचीत हुई है यह मीडिया को भी नहीं बताया जा रहा है। पर जो VIDEO बैठक के लीक हुए हैं उसमें सीट की बातें होती सुनाई दे रही हैं।
बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक हुई
ग्वालियर में BJP अभी तक महापौर और 66 वार्ड के पार्षदों के टिकट फाइनल नहीं कर पाई है। क्योंकि केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए हजारों कार्यकर्ता भी नगरीय निकाय चुनाव में खुद की दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे में भाजपा संगठन के लिस्ट जारी करने में हाथ पांव फूल गए हैं। यही कारण है कि केन्द्रीय मंत्री सिंधिया दो दिन के ग्वालियर प्रवास पर हैं। शुक्रवार को मुखर्जी भवन में उन्होंने कार्यकर्ताओं और मंडल प्रमुखों की बैठक कर उनसे परिचय लिया। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए गए कार्यो का गुणगान कर सभी को एक विचारधारा के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया होटल तानसेन पहुंचे। 
क्यों खास मानी जा रही है यह बैठक
यह संठगन की बैठक है। इसमें सिंधिया के अलावा दो सिंधिया समर्थक नेता ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, बीज निगम के मुन्नालाल गोयल थे, जबकि इनके अलावा पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, संगठन प्रभारी जीतू जिराती, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, भाजपा जिलाध्यक्ष कमल माखीजानी नजर आए हैं। मीडिया को बैठक की कवरेज करने से मना कर गेट बंद कर लिए गए हैं। बैठक से निकलकर भी संगठन के नेता कुछ नहीं बोल रहे हैं। इतना पता लगा है कि नगरीय निकाय चुनाव में कुछ सीटों के पेंच फंसने पर यह बैठक बुलाई गई थी।

2 घंटे में 300 उम्मीदवारों ने सौंपे बायाडाटा

ग्वालियर में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जनसंपर्क किया है। जयविलास पैलेस में दो घंटे के जनसम्पर्क में सिंधिया के सामने 300 उम्मीदवारों ने अपने बायोडाटा सौंपे हैं। यह सभी बायाडोटा नगरीय निकाय चुनाव 2022 के लिए हैं। इसमें तीन बायोडाटा महापौर के लिए हैं और 297 पार्षद का टिकट चाहने वालों के हैं। सिंधिया ने भी संभावित नामों को लेकर कार्यकर्ताओं का मन टटोला है। साथ ही उन्हें विश्वास दिलाया है कि जल्द ही योग्य प्रत्याशियों के नाम तय होंगे। इसके लिए भाजपा संगठन, सीएम और हम बात कर रहे हैं।

सिंधिया से मिलने पहुंचे हजारों समर्थक

सिंधिया के आने की पूर्व सूचना के चलते हजारों की संख्या में उनके समर्थक व नगरीय निकाय चुनाव में पार्षदी की उम्मीदवारी जता रहे संभावित उम्मीदवार बायोडाटा के साथ सिंधिया महल पास पहुंचे। हर कोई सिंधिया से मुलाकात करना चाह रहा था। सिंधिया भी किसी की पीठ, तो किसी के कंधे पर हाथ रखकर आश्वस्त करते हुए नजर आ रहे थे, उधर अपना बायोडाटा सौंपने वाला दावेदार सिंधिया के पैर छूकर कहते नजर आए की हम पर कृपा करना कोई कह रहा था कि महाराज मेरी जीत पक्की है टिकट दिलवा दो।

जनसंपर्कमें पहुंचने वाले 60 फीसदी सिंधिया समर्थक बीजेपी

जय विलास पैलेस में आयोजित किए गए जनसंपर्क में यहां खास बात देखने को मिली कि सिंधिया महल में बीजेपी के जितने भी दावेदार पहुंचे थे उनमें से अधिकांश ऐसे नेता और कार्यकर्ता थे जो सिंधिया के कांग्रेस पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल होते ही सिंधिया का समर्थन करने के लिए बीजेपी पार्टी में शामिल हो गए थे। अब जितने भी कार्यकर्ता कांग्रेस छोड़कर बीजेपी पार्टी में शामिल हुए थे वह अपने महाराज के सहारे भाजपा में अपना भविष्य सुरक्षित करना चाहते हैं। अंदाजा लगाया जा रहा है कि सिंधिया के पास कार्यकर्ताओं के करीब 5 से 6 हजार बायोडाटा पहुंचे हैं। वही सिंधिया का कहना है कि पार्टी का एक ही क्राइटेरिया है कि भाजपा के खाते में जीत से ज्यादा से ज्यादा सीटें आएं। इसलिए जीतने वाले उम्मीदवारों को ही मौका दिया जाएगा।