बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरित्रमानस के दोहों को कहा कचरा

बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने  रामचरितमानस को लेकर फिर से आपत्तिजनक बयान दिया है, दोहों को बताया कचरा

बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरित्रमानस के दोहों को कहा कचरा

पटना। बिहार की सियासत में रामचरितमानस पर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर लगातार किसी न किसी बहाने रामचरितमानस और उसमें कई दोहों पर सवाल उठा रहे हैं। बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान भी विधानसभा परिसर में शिक्षा मंत्री ने राम चरित्र मानस के दोहों को कचरा कहा। मंत्री इतने से ही नहीं रुके उन्होंने कहा कि अभी तो मैंने कुछ ही दोहों पर सवाल खड़े किए हैं दर्जनों ऐसे दोहा हैं जो कचरा हैं।

प्रोफेसर चंद्रशेखर ने कहा कि राम चरित्र मानस पर डॉ राम मनोहर लोहिया जैसे लोगों ने भी सवाल खड़े किए हैं। हजारों श्लोक में दर्जनों में गड़बड़ी हैं। लोगों को पढ़ने नहीं आता था, तब उन्हें बात समझ में नहीं आती थी लेकिन अब लोग पढ़ लिख गए हैं और सभी समझ रहे हैं कि रामचरितमानस में कचरा है। रामचरित्र मानस को लेकर शिक्षा मंत्री ने केंद्र सरकार से विवादित श्लोकों को हटाने की मांग की है। बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री भले ही में राम चरित्र मानस पर लगातार सवाल उठा रहे हैं लेकिन उनकी सहयोगी पार्टी जदयू को यह पसंद नहीं है।

जदयू के विधायक डॉ संजीव ने कहा कि प्रोफेसर चंद्रशेखर की मानसिक स्थिति खराब हो गई है, इसलिए वह अनप-शनाप बयान दे रहे हैं। रामचरितमानस हिंदू धर्म के लिए पूजनीय है, उस पर कोई सवाल खड़ा करें या बर्दाश्त नहीं होगा। यदि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर में हिम्मत है तो वह अन्य धर्मों के धार्मिक ग्रंथों पर बोल कर दिखाएं, उनका सड़क पर चलना मुश्किल हो जाएगा। डॉक्टर संजीव ने कहा कि यदि शिक्षा मंत्री को हिंदू धर्म पसंद नहीं है तो वह कोई अन्य धर्म अपना लें।

रामचरितमानस के विवाद में बीजेपी को भी बड़ा मौका मिल गया है। एक ओर आरजेडी और जदयू इस मामले में आमने-सामने है तो बीजेपी के नेता भी महागठबंधन पर तरस रहे हैं। भाजपा विधायक राणा रणधीर ने कहा कि शिक्षा मंत्री जिस तरह बार-बार रामचरितमानस का अपमान कर रहे हैं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर निकालें। महागठबंधन के लोग सोची समझी साजिश के तहत हिंदू धर्म का अपमान कर रहे हैं।