जनरल बिपिन रावत का बयानः तीनों सेनाओं के एकीकरण में आ रही है दिक्कत

हम मुश्किलों दूर कर बढ़ रहे हैं आगे, एक-दूसरे की सेवाओं को समझना होगा 

जनरल बिपिन रावत का बयानः तीनों सेनाओं के एकीकरण में आ रही है दिक्कत

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को कहा कि थल सेना, नौसेना और वायुसेना के एकीकरण में दिक्कतें तो आ रही हैं लेकिन इसमें आ रही दिक्कतों को दूर किया जा रहा है. कई दशकों के बाद हो रहे सबसे बड़े सैन्य सुधार यानी तीनों सेनाओं के एकीकरण की शुरुआत इसी वर्ष की गई, ताकि खर्च में कमी लाई जा सके और मानव संसाधन को युक्त‍िसंगत बनाया जा सके. साथ ही यह सुनिश्चि‍त किया जा सके कि सशस्त्र बल एक इकाई के रूप में लड़ें. कोलकाता में एक कार्यक्रम में जनरल रावत ने कहा कि तीनों सेनाओं को एकीकृत करने के लिए हमें एक-दूसरे की सेवाओं को समझना होगा. उन्होंनें कहा कि अब एकीकरण हो रहा है और हम धीरे-धीरे उस दिशा में बढ़ रहे हैं, मुझे लगता है कि हम कुछ ऐसे मुद्दों को हल करने में सक्षम हैं , जो दांव पर थे. जनरल रावत ने इसी वर्ष जनवरी में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पदभार संभाला था और उन्हें सैन्य बलों के एकीकरण और उनके बीच समन्वय को बेहतर करने का भारी-भरकम काम सौंपा गया था. वह प्रस्तावित सैन्य मामलों के विभाग के प्रमुख भी थे.

पीएम मोदी का ट्विट- यह व्यापक सुधार आधुनिक युद्ध की बदलती चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगा
पीएम मोदी ने ट्विट किया कि यह व्यापक सुधार आधुनिक युद्ध की बदलती चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगा. कोलकाता में जीआरएसई द्वारा प्रोजेक्ट 17ए के तहत निर्मित रडार की नजरों से बच सकने वाले पहले पोत के जलावतरण के मौके पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि जमीन पर, हवा या समुद्र में संघर्ष की स्थिति में एकीकरण की आवश्यकता होती है. उन्होंने कहा कि केवल बेहतरीन तालमेल के साथ काम करने से सैन्य बलों को देश की पारंपरिक क्षमताओं का सदुपयोग करने में मदद मिलेगी. सभी सेवाएं अपनी आला क्षमताओं को बरकरार रखेंगी. हर सेवा को समझना होगा कि हमें एक-दूसरे का पूरक बनना है. हम अकेले काम नहीं कर सकते.