कानपुर हिंसा : सब कुछ सुनियोजित था, अभी भी नहीं थम रहा साजिशों का दौर
कानपुर हिंसा के आरोपी पूर्व सपा नेता निजाम कुरैशी की व्हाट्सएप ग्रुप चैट वॉयरल है। इसमें उसने अपील कि है कि हिंदुओं की दुकान से मुस्लिम समाज के लोग माल नहीं खरीदें। चैट वायरल होने के बाद सपा के महानगर अध्यक्ष ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि इससे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है।
8 जून 22। कानपुर हिंसा में चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। शहर का माहौल बिगाड़ने के लिए एक बार फिर साजिश रची जा रही है। सोशल मीडिया पर पूर्व एसपी नेता निजाम कुरैशी के व्हाट्सएप ग्रुप के स्क्रीन शॉट वायरल हैं। इसमें हिंदुओं के दुकान से माल नहीं खरीदने की अपील की गई है। निजाम कुरैशी के व्हाट्सएप ग्रुप से समाजवादी पार्टी के तीनों विधायक समेत महानगर अध्यक्ष डॉ. इमरान भी जुड़े थे। पूर्व एसपी नेता निजाम कुरैशी कानपुर हिंसा में आरोपी है, उस पर साजिश रचने का आरोप है। पुलिस ने निजाम कुरैशी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बेकनगंज थाना क्षेत्र स्थित बीते तीन जून को जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क गई थी। इसमें दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव, फायरिंग और पेट्रोल बम चले थे। पत्थरबाजों ने पुलिस पर भी पथराव किया था। इस साजिश में शामिल आरोपी किसी न किसी राजनीतिक पार्टी से संबंध रखते हैं। इसका खुलासा आरोपियों के सोशल मीडिया अकाउंट से हुआ है। कानपुर हिंसा के मास्टरमाइंड जफर हयात हासमी का कांग्रेस से तो वहीं उसका करीबी निजाम कुरैशी एसपी से संबंध रखता है। मास्टरमाइंड का करीबी जावेद खान एआईएमआईएम का जिलाध्यक्ष रह चुका है। इसके साथ ही निर्दलीय लोकसभा चुनाव भी लड़ चुका है।
कौन है निजाम कुरैशी
कानपुर हिंसा के आरोपी निजाम कुरैशी के भी राजनीतिक संबंध हैं। निजाम कुरैशी सपा का नगर सचिव रह चुका है। इसके साथ ही ऑल इंडिया जमीअतुल कुरैशी एक्शन कमेटी का जिला अध्यक्ष है। यतीमखाना बवाल में नाम आने के बाद सपा नगर अध्यक्ष डॉ. इमरान ने उसे पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है। निजाम कुरैशी की एसपी समेत मुस्लिम समुदाय के बीच अच्छी पकड़ बताई जाती है। पूर्व एसपी नेता का एक टीम निजाम कुरैशी नाम से व्हाट्सएप ग्रुप है। इस व्हाट्सएप की चैट सोशल मीडिया पर वायरल है।
हिंदुओं की दुकानों से नहीं खरीदे सामान
कानपुर हिंसा के आरोपी पूर्व एसपी नेता के व्हाट्सएप ग्रुप से चैट वायरल है। इसमें अपील की गई है कि परेड चौराहे के आसपास जो भी खाने-पीने या घर में इस्तेमाल होनी वाली सामग्री वहां के लोगों से नहीं खरीदें। मुसलमान इनकी हर चीजों को बायकॉट करें।
चैट वायरल होने के बाद सपा विधायकों ने छोड़ा ग्रुप
पूर्व सपा नेता की चैट वायरल होने के बाद सपा के तीनों विधायकों और महानगर अध्यक्ष ने ग्रुप छोड़ दिया है। वहीं एसपी महानगर अध्यक्ष डॉ. इमरान सफाई देते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी इसका समर्थन नहीं करती है। व्हाट्सएप ग्रुप ने सुविधा दे रखी है कि कोई भी ग्रुप एडमिन किसी को भी एडमिन बना सकता है। हम लोगों के पास व्हाट्सएप ग्रुपों की संख्या बहुत ज्यादा है। बहुत से ग्रुपों को देख नहीं पाते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि इसका समर्थन करते हैं। हम लोगों ने ग्रुप छोड़ दिया है।
'बुलडोजर चला तो कफन बांधेंगे'
कानपुर में हिंसा के बाद पुलिस का ऐक्शन जारी है और अब तक 50 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस बीच शहर के काजी हाजी अब्दुल कुद्दूस ने विवादित बयान देते हुए पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है। कुद्दूस ने कहा कि पुलिस इस मामले में एकतरफा ऐक्शन ले रही है। यही नहीं उन्होंने कहा कि यदि बुलडोजर चलाने जैसा ऐक्शन हुआ तो लोग कफन बांध मैदान में आएंगे।