किम जोंग उन जीत का दावा कर रहे थे, डॉक्टर रो रहे थे, जानें क्या है मामला
समारोह के एक वीडियो में किम को भाषण देते देखा जा सकता है। वह सैन्य चिकित्साकर्मियों की प्रशंसा कर रहे थे और उनके सामने बैठे मेडिक्स रो रहे थे। किम ने कोरोना पर उत्तर कोरिया की जीत को 'वैश्विक स्वास्थ्य चमत्कार' करार दिया है।
20 अगस्त 22। महामारी के दो साल से अधिक बीत जाने के बाद भी जीरो कोरोना मामलों का दावा करने वाला उत्तर कोरिया 2022 में इसकी चपेट में आ ही गया। लचर हेल्थ सिस्टम और वैक्सीन के बिना उत्तर कोरिया में लाखों लोग संक्रमित हुए और कई मौतें हुईं। लेकिन बीते दिनों किम जोंग उन ने कोरोना पर जीत (North Korea claims victory over Corona)की घोषणा कर दुनिया को चौंका दिया। शुक्रवार को उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने बताया कि किम जोंग उन ने राजधानी प्योंगयांग में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करने के लिए सैन्य चिकित्साकर्मियों का आभार प्रकट करने और प्रशंसा के लिए एक समारोह का आयोजन किया, जिसमें किम का भाषण सुनकर लोग रोने लगे।
खबर के अनुसार 'इमरजेंसी एंटी-एपिडेमिक फ्रंट' पर भेजे गए कोरियाई पीपुल्स आर्मी के हजारों चिकित्साकर्मियों को पिछले हफ्ते किम जोंग उन के कोरोना पर जीत की घोषणा करने और प्रतिबंधों में ढील देने के बाद छुट्टी मिल गई। किम ने प्योंगयांग के 'अप्रैल 25 हाउस ऑफ कल्चर' में कोरोना के खिलाफ में अग्रिम पंक्ति में तैनात चिकित्साकर्मियों की 'बहादुरी' का जश्न मनाने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया।(North Korea claims victory over Corona)
खुद किम जोंग उन भी हो गए थे बीमार
कुछ दिनों पहले किम जोंग उन की बहन ने बताया था कि खुद किम भी देश में संक्रमण की लहर के दौरान 'गंभीर रूप से' बीमार हो गए थे। किम यो जोंग ने एक भाषण में कहा कि उत्तर कोरियाई नेता 'गंभीर रूप से बीमार' थे और बुखार से जूझ रहे थे। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद उनके भाई ने लोगों की चिंता के कारण एक पल के लिए भी आराम नहीं किया। उत्तर कोरिया ने इससे पहले आरोप लगाया गया था कि दक्षिण कोरिया के साथ सीमा पर 'बाहरी चीजें' देश में कोविड प्रकोप का कारण बनीं जिसे सियोल ने खारिज किया था।