नीट-जेईई टालने के लिए सोनिया गांधी ने सात राज्यों के सीएम के साथ की बैठक, सुप्रीम कोर्ट जाने पर हुई चर्चा
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सात गैर-एनडीए राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर कोरोना के दौर में नीट-जेईई परीक्षाओं को टालने के मुद्दे पर चर्चा की। इस बैठक में चर्चा हुई कि जेईई-नीट टालने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मेरी सभी राज्य सरकारों से अपील है कि हमें साथ मिलकर काम करना होगा। एक साथ सुप्रीम कोर्ट चलें और एक्जाम उस वक्त के लिए टालने की कोशिश करें, जब तक कि छात्रों के परीक्षा में बैठने लायक स्थिति नहीं हो जाती।
उन्होंने कहा, 'एक्जाम सितंबर में हैं। ऐसी स्थिति में छात्रों की जिदंगी को जोखिम में डाला नहीं जाना चाहिए। हमने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं आया है।'
बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री नारायणसामी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मौजूद थीं।
इस बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य सरकारों को कमजोर किया जा रहा है। हम उस ओर बढ़ रहे हैं, जहां सिर्फ एक ही व्यक्ति सब कुछ कंट्रोल कर रहा है। हमें इसके खिलाफ एक साथ आना होगा। हमें तय करना होगा कि केंद्र सरकार से डरना है या लड़ना है।
नारायणसामी ने कहा कि कोरोना के दौर में परीक्षाएं कराने से संक्रमण के मामलों में इजाफा होगा। इसके लिए भारत सरकार जिम्मेदार होगी। हमें इस मुद्दे पर मिलकर केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ना चाहिए।
जेईई और नीट की परीक्षाएं सितंबर में होंगी
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने मंगलवार को कहा था कि परीक्षाएं तय समय पर यानी जेईई एक सितंबर से छह सितंबर तक और नीट 13 सितंबर को करवाई जाएगी। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी ये दोनों एक्जाम टालने की अर्जी खारिज कर दी थी। विपक्ष कोरोना के दौर में इन परीक्षाओं का विरोध कर रहा है।