टीएमसी MLA का आरोप : नुसरत जहां, मिमी चक्रवर्ती जमकर पैसा लूट रहीं हैं

टीएमसी नेता श्रीकांत महाता ने कहा है कि पार्टी के अंदर उन्हीं को इज्जत मिल रही है जो कि केवल पैसा लूटने में लगे हैं। उन्होंने कई नेताओं के नाम भी लिए हैं और पार्टी छोड़ने का संकेत दे दिया है।

टीएमसी MLA का आरोप : नुसरत जहां, मिमी चक्रवर्ती जमकर पैसा लूट रहीं हैं
टीएमसी में अब अभिषेक बनर्जी की काफी चलती है। ऐसे में टीएमसी का एक धड़ा असंतुष्ट रहता है। जो लोग अभिषेक बनर्जी के करीबी हैं उनकी सुनी जाती है और अन्य लोग इस बात से नाखुश रहते हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि टीएमसी के कई नेता दूसरी पार्टियों का रुख कर सकते हैं।

29 अगस्त 22।  टीएमसी नेता श्रीकांत महाता ने अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती पर पैसा लूटने का (Nusrat Jahan and Mimi Chakraborty are robbing money fiercely)आरोप लगा दिया है। एक वीडियो में महाता ने कहा कि मिमी चक्रवर्ती, नुसरत जहां, जूने मालिया, सायोनी घोष, सयांतिका बनर्जी जैसे नेता केवल पैसा लूट रहे हैं। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

टीएमसी नेता महाता ने कहा, हम अपनी नागरिकता बचाने की कोशिश कर रहे हैं। बुद्धिजीवी समाज, किसान हमारी नागरिकता बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। अगर हमें जरूरत पड़ती है तो ममता बनर्जी के पास भी जाएंगे।  उन्होंने कहा, हम अभिषेक बनर्जी और सुब्रत बख्शी को पहले भी समझाने की कोशिश कर चुके हैं। लेकिन वे समझने को तैयार नहीं हैं। वे बुरे लोगों को ही अपना अच्छा साथी मानते हैं। ऐसे में हम कैसे सर्वाइव कर सकते हैं?

चोरों की बात सुनती है पार्टी- महाता

महाता ने कहा, उन्हें बुरे लोगों को बुरा ही कहना चाहिए। महादेव से लेकर संध्या रॉय, जूने मालिया, सायानी सायांतिका, मिमी, नुसरत तक। अगर वे पार्टी के लिए बहुत जरूरी हो गए हैं तो हम इस पार्टी का हिस्सा नहीं रह सकते। उन्होंने आगे कहा, अगर पैसा लूटकर ये लोग पार्टी के लिए जरूरी हो गए हैं तो हम भी मंत्री नहीं रहना चाहते हैं। आज लोग सभी मंत्रियों को चोर कहने लगे हैं। लेकिन पार्टी केवल उन्हीं चोरों की सुनेगी। हमें अपना कोई नया रास्ता तलाशना होगा। हमें इस बुराई के खिलाफ आंदोलन करना होगा।

बता दें कि बीते दिनों कैबिनेट मंत्री रहे पार्था चटर्जी और अनुब्रत मंडल को केंद्रीय एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है। इन दोनों ही नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। पार्टी ने पार्थ चटर्जी को निलंबित कर दिया है। हालांकि भ्रष्टाचार के इन आरोपों के बाद पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए गए। वहीं पार्थ और अनुब्रत दोनों का ही वीडियो सामने आया था जिसमें लोग 'चोर-चोर' के नारे लगा रहे थे।(Nusrat Jahan and Mimi Chakraborty are robbing money fiercely)

पार्टी में पड़ेगी फूट?

गिरफ्तारी के कई दिनों बाद भी जब टीएमसी ने पार्थ चटर्जी पर कोई कार्रवाई नहीं की थी तो विरोध के स्वर फूटे थे। वहीं बताया जाता है कि टीएमसी में अब अभिषेक बनर्जी की काफी चलती है। ऐसे में टीएमसी का एक धड़ा असंतुष्ट रहता है। जो लोग अभिषेक बनर्जी के करीबी हैं उनकी सुनी जाती है और अन्य लोग इस बात से नाखुश रहते हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि टीएमसी के कई नेता दूसरी पार्टियों का रुख कर सकते हैं।