वर्चुअल कार्यक्रम में बोली मोदी-आत्मनिर्भर भारत से साकार करेंगे स्व. राजमाता के सपने

स्व. राजमाता की स्मृति में प्रधानमंत्री ने किया 100 रुपए के विशेष सिक्के का लोकार्पण मुख्यमंत्री चैहान, केंद्रीय मंत्री तोमर, प्रहलाद, ज्योतिरादित्यव मंत्रियों ने की सहभागिता

वर्चुअल कार्यक्रम में बोली मोदी-आत्मनिर्भर भारत से साकार करेंगे स्व. राजमाता के सपने

स्व. राजमाता विजयाराजे सिंधिया नारी सशक्तीकरण के लिए लगातार प्रयासरत रहीं। आज देश की महिलाएं सेनाओं में शामिल होकर देश की सुरक्षा कर रही हैं। तीन तलाक के खिलाफ कानून राजामाता के उसी संघर्ष की परिणति है। उन्होंने कश्मीर से धारा-370 की समाप्ति के लिए जो संघर्ष किया, उसकी परिणति हम धारा 370 की समाप्ति के रूप में देख रहे हैं। राम जन्मभूमि के लिए उनका संघर्ष भी उनके जन्म शताब्दी वर्ष में पूरा हो गया है। सशक्त, सुरक्षित और समृद्ध भारत उनका सपना था और उनके इस सपने को हम ‘आत्मनिर्भर भारत’ के माध्यम से साकार करेंगे। यह बात प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने राजमाता स्व. विजयराजे सिंधिया के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर उनकी स्मृति में 100 रुपए के सिक्के का विमोचन करते हुए कही। इस वर्चुअल कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत अनेक मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों, पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने सहभागिता की। यह जानकारी भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने दी.

प्रधानमंत्री ने कहा- भारतमाता की पूजा करती थीं राजमाता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राजमाता के पूजाघर में भगवान के साथ-साथ भारतमाता का भी चित्र रहता था और वे उनकी भी पूजा करती थीं। एक बार जब वे पार्टी के कार्यक्रम में मथुरा गईं, तो वहां बांके बिहारी मंदिर में प्रार्थना की कि हे कृष्ण ऐसी बांसुरी बजाओ कि देश के सब नर-नारी फिर जागृत हो जाएं। वो जानती थीं कि जागरूक नागरिक क्या कर सकते हैं। उनकी जन्मशताब्दी पर उनकी यह प्रार्थना साकार हो रही है। बीते दिनों में देश में जो भी अभियान और योजनाएं सफल हुए हैं, उनका आधार जनचेतना ही है।

 
राजमाता जहां भी होंगी, प्रसन्न होंगी कि अब उनका परिवार भाजपा में है: सीएम शिवराजसिंह चैहान
सिक्के के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान ने कहा कि राजमाता ने स्व. अटल बिहारी बाजपेई, कुशाभाउ ठाकरे जैसे नेताओं के साथ जनसंघ के विकास में अतुलनीय योगदान दिया। उनका जीवन संघर्ष का प्रतीक है और समाज सेवा का पर्याय है। उन्होंने अपना सारा जीवन जनसेवा को समर्पित कर दिया। वह दयामय, ममतामयी, आनंदमयी, वात्सल्यमयी मां थीं। उन्होंने हमेशा अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई और कांग्रेस सरकार की अन्याय की नीति को जलाकर खाक कर दिया था। उन्हीं का अनुसरण करते हुए स्व. माधवराव सिंधिया ने मध्यप्रदेश विकास कांग्रेस पार्टी बनाई और इसी परंपरा के अनुसार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अन्याय का विरोध किया। सीएम ने कहा कि स्व. राजामाता जहां भी होंगी, यह देखकर प्रसन्न होंगी कि आज उनका पूरा परिवार भारतीय जनता पार्टी में है और कांग्रेस के अन्याय के खिलाफ आवाज उठा रहा है।


राजमाता के प्रति हमारी श्रद्धा का प्रतीक है नया सिक्का: नरेंद्रसिंह तोमर
लोकार्पण समारोह में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि आज स्व. राजमाता की स्मृति में 100 रुपए का विशेष स्मारक सिक्का जारी हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह सिक्का स्व. राजमाता के प्रति हमारी असीम श्रद्धा को प्रकट करता है।


अपने स्नेह से ऊर्जा व उत्साह का संचार करती थीं राजमाता: प्रहलाद पटेल
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि राजमाता जिस कार्यकर्ता से मिलती थीं, अपने स्नेह से उत्साह व ऊर्जा से भर देती थीं और शुचिता की राजनीति का नेतृत्व उस कार्यकर्ता के जीवन का संकल्प बन जाता था। उन्होंने कहा कि ममता की मूरत राजमाता के जन्मशताब्दी वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 100 रुपए का सिक्का जारी किया है.


राजमाता ने जनता, गरीबों व महिलाओं के लिए किया संघर्ष: ज्योतिरादित्य सिंधिया
सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकार्पण समारोह में कहा कि यह मध्यप्रदेश का और मेरा सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री ने मेरी दादी राजमाता के सम्मान में 100 रुपए का सिक्का जारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजमाता ने हमेशा आम जनता, गरीबों और महिलाओं के लिए संघर्ष किया। उन्होंने राष्ट्र और प्रदेश के उत्थान को ही अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया। उन्होंने जीवनभर गरीबों के उत्थान के लिए काम किया एवं प्रदेश की प्रगति और विकास में योगदान दिया।