संजय राउत, पत्नी और बेटी पर क्यों कस रहा ईडी का शिकंजा, जानें सब कुछ
पात्रा चॉल जमीन घोटाले की शुरुआत 2007 से हुई। महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डिवलपमेंट अथॉरिटी यानी म्हाडा (MHADA), प्रवीण राउत, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की मिली भगत से यह घोटाला होने का आरोप है। 2007 में म्हाडा ने पात्रा चॉल के रिडिवेलपमेंट का काम गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को दिया।
31 जुलाई 22। शिवसेना सांसद संजय राउत पात्रा चॉल जमीन घोटाले (Patra Chawl Scam) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसे हैं। ईडी की टीमें उनके घर पहुंची हैं और छापेमारी कर रहीं हैं। कहा जा रहा है कि ईडी संजय राउत को इस मामले में हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर सकती है। संजय राउत के घर के बाहर दर्जनों शिवसेना कार्यकर्ता पहुंचे हैं और धरने प बैठ गए हैं। वहीं ईडी का शिकंजा भी संजय राउत पर कसता जा रहा है। संजय राउत का दावा है कि उन्हें झूठ फंसाया जा रहा है उनका इस घोटाले से कुछ लेना देना नहीं है। वह इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं। आपको बता दें कि पात्रा चॉल जमीन घोटाला से जुड़ा यह मनी लॉन्ड्रिंग केस क्या है? यह कब और कैसे शुरू हुआ?
Patra Chawl Scam क्या है?
पात्रा चॉल जमीन घोटाले की शुरुआत 2007 से हुई। महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डिवलपमेंट अथॉरिटी यानी म्हाडा (MHADA), प्रवीण राउत, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की मिली भगत से यह घोटाला होने का आरोप है। 2007 में म्हाडा ने पात्रा चॉल के रिडिवेलपमेंट का काम गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को दिया। यह कंस्ट्रक्शन गोरेगांव के सिद्धार्थ नगर में होना था। म्हाडा की 47 एकड़ जमीन में कुल 672 घर बने हैं। रीडिवेलपमेंट के बाद गुरु आशीष कंपनी को साढ़े तीन हजार से ज्यादा फ्लैट बनाकर देने थे। म्हाडा के लिए फ्लैट्स बनाने के बाद बची हुई जमीन को प्राइवेट डिवलपर्स को बेचना था। 14 साल के बाद भी कंपनी ने लोगों को फ्लैट बनाकर नहीं दिए।
संजय राउत का क्या कनेक्शन?
आरोप है कि गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने फ्लैट बनाने की बजाए 47 एकड़ जमीन को आठ अलग-अलग बिल्डरों को बेच दी। इससे कंपनी ने 1034 करोड़ रुपये कमाए। मार्च 2018 में म्हाडा ने गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। मामला आर्थिक अपराध विंग (EOW) को दिया गया। EOW ने फरवरी 2020 में प्रवीण राउत को गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि प्रवीण राउत, संजय राउत का करीबी है। वह एचडीआईएल में सारंग वधावन और राकेश वधावन के साथ कंपनी में निदेशक था। वधावन बंधु PMC बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी हैं। प्रवीण राउत को कोर्ट ने जमानत दे दी लेकिन पीएमसी बैंक घोटाले के मामले में प्रवीण को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया।
संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत का क्या कनेक्शन?
प्रवीण राउत को ईडी ने गिरफ्तार करके पूछताछ की। उसके बाद इस मामले में सुजीत पाटकर का नाम आया। ईडी ने सुजीत पाटकर के ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी में कई अहम दस्तावेज मिले। ईडी की जांच में सामने आया कि प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी राउत ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को एक लोन दिया। यह लोन 55 लाख रुपये का था लेकिन बैंक से यह बिना किसी लोन के पास हुआ। बैंक से लिए गए 55 लाख रुपयों से वर्षा राउत ने दादर में एक फ्लैट खरीदा। इस फ्लैट के सिलसिले में ईडी ने वर्षा राउत से पूछताछ की।
संजय राउत की बेटी का कनेक्शन?
आरोप है कि म्हाडा लैंड डील में प्रवीण राउत को कमीशन के रूप में 95 करोड़ रुपये मिले। जिस सुजीत पाटकर का नाम सामने आया और ईडी ने छापा मारा उसका लिंक भी संजय राउत से जुड रहा है। सुजीत, संजय राउत का करीबी माना जाता है। इसके अलावा सुजीत पाटकर की एक वाइन ट्रेडिंग कंपनी है, जिसमें संजय राउत की बेटी उसकी पार्टनर है।
संजय राउत से लैंड डील में एक और लिंक जुड़ रहा है। संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत और सुजीत पाटकर की पत्नी ने अलीबाग में एक जमीन खरीदी थी। ईडी का मानना है कि इस जमीन को खरीदने के लिए भी रुपयों की हेराफेरी की गई। अब ईडी सारे मामलों की जांच के बाद सारे लिंक की कडियां जोड़ने में लगी है, हालांकि संजय राउत ने इन आरोपों की खारिज किया है।
वर्षा राउत की 2 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त
संजय राउत पर जिस जमीन घोटाले में शिकंजा कस रहा है, उसके बारे में आपको बताते हैं। पात्रा चॉल लैंड स्कैम में करीब 1034 करोड़ के घोटाले का आरोप है। इस मामले में संजय राउत के सहयोगी प्रवीन राउत की 9 करोड़ रुपये और संजय राउत की पत्नी वर्षा की 2 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त हो चुकी है।