मांस की बढ़ती कीमत के लिए Women Thighs जिम्मेदार : मौलाना डूलोव

किर्गिस्तान के एक मौलाना का महिलाओं के कपड़ों और जांघों को लेकर दिया गया बयान विवादों में आ गया है। पुरस्कार पा चुके मौलाना सदयबकास डूलोव ने दावा किया कि देश में मांस की बढ़ती कीमतों के लिए महिलाओं का कम कपड़े पहनकर जांघें दिखाना जिम्मेदार है। उनके बयान पर महिलाएं भड़क गई हैं।

मांस की बढ़ती कीमत के लिए Women Thighs जिम्मेदार : मौलाना डूलोव
उधर, बढ़ते विवाद के बाद अब डूलोव ने भी दावा किया है कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है। मौलाना ने कहा कि उनके कहने का मतलब यह है कि सभी मुद्दों के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार न ठहराया जाए। उन्होंने यह भी सलाह दे डाली कि किर्गिस्तान के लोग अपने नैतिक मूल्यों का परीक्षण करें।

20 जुलाई 22। मध्य एशियाई देश किर्गिस्तान एक अवार्ड विजेता मौलाना सदयबकास डूलोव (Kyrgyzstan Imam On Women Thighs Meat) का महिलाओं को लेकर दिया गया बयान दुनियाभर में आलोचना का विषय बन गया है। मौलाना ने कहा है कि मांस की बढ़ती कीमतों के लिए महिलाओं का कम कपड़े पहनना जिम्मेदार है। यही नहीं उन्होंने एक शर्मनाक बयान दिया और कहा कि महिलाओं का मांस तब सस्ता हो जाता जब वे अपनी जांघों को प्रदर्शन करती हैं जैसे वह एक अंगूठा हो। इस्लामिक यूनिवर्सिटी के प्रमुख रह चुके मौलाना डोलोव ने बुजुर्गों से अपील कि वे महिलाओं को ज्यादा कपड़े पहनने के लिए कहें ताकि मांस की कीमतों को कम किया जा सके।

रेडियो फ्री यूरोप की रिपोर्ट के मुताबिक मौलाना ने दावा किया कि मांस की कीमतें इसलिए बढ़ रही हैं कि महिलाओं ने अपने शरीर का बहुत ज्यादा प्रदर्शन करके खुद को सस्ता बना लिया है। उन्होंने कहा, 'जानते हैं, आपके यहां मांस कब महंगा हो जाता है? इसका पैसा तब बढ़ता है जब महिलाओं का मांस सस्ता हो जाता है। एक महिला का मांस तब सस्ता होता है जब वह अंग प्रदर्शन करती है, अंगूठे की तरह जांघें भी दिखाने लगती है।' मौलाना डूलोव हाल ही में राजधानी बिस्केक में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था।

'इमाम के खिलाफ आपराधिक जांच शुरू करें'
मौलाना का यह विवादित बयान अब सोशल मीडिया में जमकर शेयर किया जा रहा है। डूलोव के इस बयान के बाद महिलाएं भड़क उठी हैं। कई महिलाओं ने सरकार से मांग की है कि वे इमाम के खिलाफ आपराधिक जांच शुरू करें। वर्तमान समय में यह मौलाना राजधानी के स्वेरडलोव जिले की एक मस्जिद में इमाम के पद पर तैनात हैं। सरकारी धार्मिक प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा है कि उन्होंने डूलोव के बयान की जांच की है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्होंने किसी के सम्मान और प्रतिष्ठा का उल्लंघन तो नहीं क‍िया है।

धार्मिक प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि जांच में पता चला है कि मौलाना डूलोव ने अपने बयान से किसी भी इस्लामिक कानून का उल्लंघन नहीं किया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके भाषण को कई लोगों ने गलत समझा है। उधर, बढ़ते विवाद के बाद अब डूलोव ने भी दावा किया है कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है। मौलाना ने कहा कि उनके कहने का मतलब यह है कि सभी मुद्दों के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार न ठहराया जाए। उन्होंने यह भी सलाह दे डाली कि किर्गिस्तान के लोग अपने नैतिक मूल्यों का परीक्षण करें।

किर्गिस्तान में मीट की कीमतें 600 रुपये प्रति किलो
मौलाना ने कहा कि आप लो मांस की बढ़ती कीमतों पर बात कर रहे हैं लेकिन आपके सम्मान को तब ठेस नहीं पहुंचती है जब महिलाएं बिना कपड़ों में आपके आसपास घूमती हैं। डूलोव का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब किर्गिस्तान में मांस की कीमतें आसमान छू रही हैं। जून में किर्गिस्तान में मीट की कीमतें करीब 600 रुपये प्रति किलो पहुंच गई थीं। वहीं मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि मांस की कीमतें अभी आने वाले समय में और ज्यादा बढ़ेंगी।