माधवराव सिंधिया साइंस कालेज की जमीन पर बने मिले निजी स्कूल ,पार्क एवं कम्यूनिटी हाल

पूर्व छात्रों की मांग पर कलेक्टर द्वारा दिये निर्देश पर सीमांकन करने पंहुची राजस्व टीम को कालेज की जमीन पर बंधी मिली भेंसे एवं बकरियाँ, पूर्व मंत्री बालेन्दू शुक्ला एवं आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी पंहुचेः

माधवराव सिंधिया साइंस कालेज की जमीन पर बने मिले निजी स्कूल ,पार्क एवं कम्यूनिटी  हाल
राजस्व विभाग टीम द्वारा सीमांकन के दोरान बीच में से निकलती बकरियाँ

ग्वालियर। शहर के प्रसिद्ध श्रीमंत माधवराव सिंधिया शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय की जमीन पर सीमांकन करने पंहुची प्रशासन  की टीम को सीमांकन के दौरान तीन निजी स्कूल,नगर निगम द्वारा विकसित सार्वजनिक पार्क एवं कम्यूनिटी  हाल का निर्माण हुआ मिला। यही नहीं पूर्व छात्रों की मांग पर कलेक्टर द्वारा दिये निर्देश पर सीमांकन करने पंहुची राजस्व टीम को कालेज की जमीन पर भैंसें एवं बकरियाँ बंधी मिली।

       जैसा कि ज्ञात है साइंस कालेज की  भूतपूर्व छात्र संगठन समिति के सदस्यों द्वारा  कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह  को एक ज्ञापन  सौंपकर कालेज की कुल 74 बीघा 6 बिस्वा जमीन का सीमांकन कराने  के बाद  बाउंड्री वॉल कराकर जमीन को भू-माफियाओं से सुरक्षित करने की मांग की गई थी।जिसके बाद कलेक्टर श्री सिंह के निर्देश पर प्रशासन की राजस्व टीम आज कालेज परिसर पंहुची तो वहाँ पर भैंसे बंधी हुयी थी एवं बकरियाँ चर रही थीं। टीम ने जैसे ही कालेज के प्राचार्य श्री जादौन सहित अन्य शिक्षकों एवं भूतपूर्व छात्र संगठन समिति के सदस्य पूर्व  मंत्री बालेंदू शुक्ला, जेपी शर्मा, राकेश शर्मा  आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी की  उपस्थिति में सीमांकन कार्य शुरु कर जमीन को नापना शुरु किया तो कालेज की जमीन पर बडी संख्या में अतिक्रमण हुआ मिला ।

कालेज की जमीन से सटी हरींशंकरपुरम कालोनी में संचालित श्रीराम इंटरनेशनल स्कूल , सेवन आई वर्ल्ड स्कूल एवं ईसीएस बैगलैस स्कूल की ईमारत का हिस्सा कालेज की जमीन पर बना मिला जिसके लिये टीम ने सीमांकन का लाल रंग का निशान लगाकार अतिक्रमण हुये हिस्से को चिन्हित किया ।इसके अलावा कालोनी में नगरनिगम द्वारा विकसित किया गया सार्वजनिक पार्क एवं उसमें नगर निगम द्वारा बनाया गया कम्यूनिटी हाल भी कालेज की जमीन की हद में पाया गया ।सीमाकंन की इस कार्यवाही से आसपास के अतिक्रणकर्ताओं में हडकंप मच गया। कालेज की जमीन पर कइ जगह 100 फीट से ज्यादा अतिक्रमण करकर लोगों ने अवैध कब्जा कर निर्माण कर लिया था।

क्या है मामला- शहर के प्रतिष्ठित साइंस कालेज की जमीन को भू-माफियाओं से बचाने के लिए एवं उस पर अवैध अतिक्रमण रोकने के लिए कॉलेज के भूतपूर्व छात्र रहे कद्दावर पूर्व मंत्रीगण एवं विधायक आगे आए थे।कुछ दिन पहले साइंस कालेज की  भूतपूर्व छात्र संगठन समिति के सदस्यों पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव,पूर्व मंत्री बालेंद्र शुक्ला, पूर्व मंत्री ध्यानेंद्र सिंह ,पूर्व विधायक ब्रजेन्द्र तिवारी, पूर्व आईएएस अखिलेन्दु अरजरिया, डॉ एसएन तिवारी ,पूर्व रजिस्ट्रार  धीरेंद्र सिंह चंदेल,पूर्व पुलिस अधिकारी जेपी शर्मा, सर केपी सिंह,भाजपा नेता राकेश शर्मा सहित कई भूतपूर्व छात्रों के हस्ताक्षर वाला ज्ञापन कलेक्टर को सोंपकर जमीन का सीमांकन कराने की मांग की थी। समिति के सदस्यों ने कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में लिखा कि भूतपूर्व छात्र संगठन समिति  की 22 जनवरी 22   बैठक सम्पन्न हुई जिसमें महाविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी सम्मिलित हुये । बैठक में श्रीमंत माधवराव सिधिंया शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय ग्वालियर की भूमि का सीमांकन , नामांतरण अतिक्रमण मुक्ति व सुरक्षा हेतु बाउन्ड्रीवॉल निर्माण के संबंध में निर्णय लिया गया जो इस प्रकार है - मध्य भारत शासन गजट दिनांक 04 नवम्बर 1950 के अनुसार क्रमांक 6876 / 10 एम / 329 / 50 ग्वालियर दिनांक 30.10.1950 के विधान क्रमांक 11 के द्वारा भारतीय भूमि प्राप्ति विधान जैसा कि मध्य भारत द्वारा अंगीकार किया गया है , उसकी धारा 6 के अधीन समस्त संबंधित लोगों की जानकारी हेतु यह घोषणा की गई कि गजट में वर्णित भूमि ग्राम महलगांव तहसील गिर्द जिला ग्वालियर की कृषि भूमि कुल 05 काश्तकारों राजाबाई फालके , रणजीत सिंह , प्रतापराव फालके , माधवराव फालके , लज्जाराम पटेल की कुल योग भूमि 74 बीघा 6 बिस्वा विक्टोरिया कॉलेज साइंस ब्लॉक निर्माण के लिये शासनाधीन की जाती है ।

शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय ग्वालियर का निर्माण 1960-61 में किया गया । इस महाविद्यालय के विद्यार्थी समस्त भारत ही नहीं पूरे विश्व में ख्याति प्राप्त डॉक्टर , इंजीनियर , प्रशासनिक अधिकारी , प्रोफेसर , वैज्ञानिक के साथ - साथ अन्य अधिकारी व कर्मचारी के रूप में कार्यरत है या रहे हैं । वर्तमान में महाविद्यालय में लगभग 5000 से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत है । यह अत्यंत दुर्भाग्य की बात है कि शासकीय विज्ञान महाविद्यालय ग्वालियर की विशाल क्षेत्रफल वाली भूमि पर निरंतर अवैध अतिक्रमण हो रहे हैं । महाविद्यालय द्वारा अनेकों बार भूमि का सीमांकन एवं नामांतरण कराने हेतु प्रयास किया गया । सीमांकन के अभाव में एवं महाविद्यालय की चतुरसीमा निर्धारित न होने के कारण उच्चशिक्षा विभाग से स्वीकृति के बाद भी महाविद्यालय की बाउंड्री वॉल का निर्माण नहीं हो सका है।कलेक्टर ने समिति के सभी सदस्यों को शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया था। ज्ञापन सौंपने वालों में पूर्व मंत्री ध्यानेंद्र सिंह, सर के पी सिंह सिंह सिंह,डॉक्टर एसएन तिवारी, जेपी शर्मा, राकेश शर्मा शामिल थे