जनकगंज थाने के सामने बिना लाइसेंसी आयुर्वेदिक दवा फैक्ट्री पुलिस के जाप्त में
जनकगंज थाने के ठीक सामने फ्रूट मंडी के पास एक फ्लैट में नकली आयुर्वेदिक दवा की फैक्ट्री पकड़ी गई है। यहां बिना लाइसेंस के आयुर्वेदिक दवाएं बनाई जा रही थी। ब्रांडेड कंपनी का रैपर लगाकर इन्हें बाजार में सस्ते दाम पर बेचकर आम लोगों का जीवन ही खतरे में डाला जा रहा था। क्योंकि अलग-अलग औषधियां मिलाकर इन्हें यहां तैयार किया जा रहा था, न तो कोई जांच की मशीन लगी थी न ही यहां कोई एक्सपर्ट या लैब थी।फैक्ट्री संचालक और एक सेल्समैन को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इस संबंध में पुलिस ने खाद्य एवं औषधि विभाग को सूचना दी है। जिससे इन दवाओं का परीक्षण किया जा सके।
एएसपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि मैसर्स सत्यम फार्मेसी आयुर्वेदिक दवाएं बनाती है। इसके संचालक मनोज शर्मा को कई दिनों से शिकायत मिल रही थी कि उनकी कंपनी की दवाएं मिसब्रांड कर बेची जा रही है। आधे दाम में यह दवाएं बेची जा रही हैं। मनोज शर्मा ने इसकी शिकायत पुलिस से की। थाटीपुर थाना प्रभारी विनय शर्मा ने सेल्समैन के पीछे एक टीम लगाई। यह टीम पड़ताल में लगी हुई थी। सेल्समैन बाजार में दवा बेच रहा था, इसके चलते उसे हिरासत में ले लिया गया। उसका नाम विशाल सांखला है। विशाल से पूछताछ की तो उसने कहा- जनकगंज थाने के सामने स्थित फ्रूट मंडी के पास अपार्टमेंट है। जिसके फ्लैट में भरत कुशवाह नकली आयुर्वेदिक दवाएं बनाता है। टीम ने यहां दबिश दी तो काफी मात्रा में रा मटेरियल, पैकिंग मटेरियल और दवाओं के बाक्स मिले। फैक्ट्री संचालक को भी पकड़ लिया गया। जब पूछताछ की तो बोले- अलग अलग कंपनियों के रैपर लगाकर बाजार में आधे दाम पर दवा बेचते थे। जिसके बाद पुलिस ने फैक्ट्री संचालक के पार्टनर को भी गिरफ्तार किया है और थाटीपुर थाना पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है इसके साथ ही आईएस विभाग द्वारा पकड़ी गई दवाओं के सैंपल भी लिए गए हैं. और जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बाइट,,, राजेश दंडोतिया एडिशनल एसपी क्राइम