74वां गणतंत्र दिवस महापर्व : मातृशक्ति ने फहराया परचम, कर्तव्य पथ पर दिखाया शौर्य], अर्जुन टैंक, वज्र व ब्रह्मोस का प्रदर्शन, आकाश में राफेल की गर्जना
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया और परेड की शुरुआत हुई। 90 मिनट चली इस परेड में स्वदेशी हथियारों अर्जुन टैंक, वज्र और ब्रह्मोस का प्रदर्शन किया गया।
नई दिल्ली। देश आज 74वां गणतंत्र दिवस महापर्व मना रहा है और सम्पूर्ण देशवासी उत्साह से भरे हुए हैं। देशभर में स्वदेशी शौर्य की लहर दिखाई दी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया और परेड की शुरुआत हुई।
90 मिनट चली इस परेड में स्वदेशी हथियारों अर्जुन टैंक, वज्र और ब्रह्मोस का प्रदर्शन किया गयाI
सीआरपीएफ का आल वुमन कॉन्टिजेंट दिखा, नेवी और आकाश मिसाइल सिस्टम की टुकड़ी का नेतृत्व महिलाओं ने किया। 18 फीट ऊंची सीढ़ी पर चढ़ डेयर डेविल्स ने विश्व रिकॉर्ड बनाया। 50 एयरक्राफ्ट के फ्लाई पास्ट में राफेल गरजे। पहली बार अग्निवीर परेड में शामिल हुए। आम्र्ड फोर्सेस, राज्यों और विभागों की 23 झांकियां निकाली गईं। यूपी की झांकी में दीपोत्सव और गुजरात की झांकी पर सौर ऊर्जा चलित गांव की झलक दिखी। सभी प्रदेशों के रंग-रूप् की झलक प्रदर्शनियों में दिखाई दी। गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि इजिप्ट यानी मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी मुख्य अथिति थे। मोदी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इजिप्ट की सैन्य टुकड़ी भी परेड का हिस्सा बनी। गणतंत्र दिवस की सुबह प्रधानमंत्री ने संदेश में कहा कि उम्मीद है कि हम सब मिलकर आजादी के लिए लड़ाई लड़ने वालों का सपना पूरा करेंगे। पहली बार भारतीय तोपों ने सलामी दी। अब तक ब्रिटेन में बनी तोपों से सलामी दी जाती थी। अर्जुन टैंक, वज्र तोपों और आकाश मिसाइल सिस्टम के अलावा कर्तव्य पथ पर ब्रह्मोस मिसाइल नजर आई।
खास बात ये कि ये सभी स्वदेशी हथियार हैं। एयर डिफेंस मिसाइल रेजिमेंट की ओर से आकाश वेपन सिस्टम को लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा ने लीड किया। उनके साथी लीडर कैप्टन सुनील दशराथे थे। नौसेना की टुकड़ी के 144 सेलर्स का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत ने किया। 3 महिला और 6 पुरुष अग्निवीर पहली बार कर्तव्य पथ पर नजर आए। सिग्नल कॉर्प्स की डेयर डेविल्स टीम ने कर्तव्य पथ पर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। कॉर्प्स के हवलदार सुजीद मोंडल ने 18 फीट ऊंची सीढ़ी लगाकर मोटरसाइकिल चलाई। कॉर्प्स के मुताबिक दुनिया में कभी भी मोटरसाइकिल पर इतनी ऊंचाई वाली सीढ़ी से सवारी नहीं की गई। सुजीद के अलावा लांस नायक अजय यादव ने मोटरसाइकिल पर 50 योग मुद्राएं दिखाईं और नायक स्वप्निल ए ने सूर्य नमस्कार किया।
पीएम मोदी इस खास मौके पर टोपी पहनते हैं, इस बार तीन रंग पहने राजस्थानी पगड़ी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परेड से पहले वॉर मेमोरियल गए। शहीदों को श्रद्धांजलि दी। मोदी भगवा-पीले-लाल रंग की राजस्थानी पगड़ी और सफेद मफलर में नजर आए। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछली बार गणतंत्र दिवस पर कुर्ता-पायजामा पहना था। उनके गले में मणिपुर का पारंपरिक लेंग्यान गमछा था। उन्होंने उत्तराखंड की टोपी पहनी थी, जिस पर ब्रह्मकमल बना था। पूर्व चीफ अॉफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत भी ऐसी ही टोपी पहनते थे। 2023 में जब मोदी वार मेमोरियल पहुंचे तो उन्होंने मल्टीकलर पगड़ी पहनी थी। 2023 में जब मोदी वार मेमोरियल पहुंचे तो उन्होंने मल्टीकलर पगड़ी पहनी।
ब्रिटेन की बनाई तोपों की जगह भारतीय तोपों से दी गई सलामी
गणतंत्र दिवस में राष्ट्रगान के दौरान 21 तोपों की सलामी दी गई। अब तक ये सलामी ब्रिटेन में बनी 25-पाउंडर तोपों से दी जाती थी, जो द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान भी इस्तेमाल की गई थीं। इस बार इनकी जगह भारत में बनी 105एमएम इंडियन फील्ड गन से सलामी दी गई। ये तोपें जबलपुर और कानपुर की गन फैक्ट्री में बनाई गई थीं। इन्हें 1972 में डिजाइन किया गया था और ये 1984 से सर्विस दे रही हैं। दिल्ली एरिया के चीफ अॉफ स्टाफ मेजर जनरल भवनीश कुमार ने कहा कि 105एमएम देश में बनी तोपें हैं इसलिए हम इनसे सलामी देना चाहते हैं। यह हमारे लिए गर्व का विषय है।
बीएसएफ की ऊंट टुकड़ी में पहली बार महिला अफसर
गणतंत्र दिवस पर पहली बार बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स यानी ( बीएसएफ) की ऊंटों की टुकड़ी में महिला अफसर को शामिल किया गया है। सरफेस टु एयर मिसाइल सिस्टम आकाश टुकड़ी का नेतृत्व लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा ने किया। इनमें आर्मी के 3 और एयरफोर्स और नेवी की एक-एक मेंबर्स शामिल थे। लेफ्टिनेंट चेतना ने कहा कि उनका सपना पूरा हो गया। चेतना आर्मी एयर डिफेंस यूनिट में पोस्टेड हैं। चेतना के अलावा लेफ्टिनेंट डिंपल भाटी आर्मी की डेयरडेविल्स मोटरसाइकिल टीम की हिस्सा रहीं, जो पिछले एक साल से ट्रेनिंग ले रही हैं। परेड में सिर्फ मेड इन इंडिया यानी स्वदेशी हथियारों का डिस्प्ले किया गया। यहां तक कि एम्युनिशन भी स्वदेशी हैं। दिल्ली एरिया के चीफ अॉफ स्टाफ मेजर जनरल भवनीश कुमार ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत के तहत सेना कई स्वदेशी इक्विपमेंट्स का प्रदर्शन किया।
बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी 29 जनवरी को 3200 ड्रोन होंगे शामिल
300 साल से चली आ रही बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी 29 जनवरी को होनी है। इस बार इस सेरेमनी में देश का सबसे बड़ा ड्रोन शो होगा। इसमें 3200 ड्रोन शामिल होंगे और शाम के वक्त रायसीना हिल्स पर उड़ान भरेंगे। ये देश की अहम घटनाओं को पेश करेंगे। ड्रोन शो 10 मिनट तक चलेगा। 2022 में 1 हजार ड्रोन ने बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी में हिस्सा लिया था। बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी 17वीं सदी में ब्रिटेन से शुरू हुई थी। भारत में यह 1952 में आई थी।
परेड में दिखे वीरता पुरस्कार जीतने वाले हमारे साहसी नौनिहाल
देश के 11 बच्चों को इस साल प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार दिया गया है। ये सभी गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बने। इनमें महाराष्ट्र के रोहन रामचंद्र बहीर भी हैं, जिन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए एक महिला को डूबने से बचाया था। उनके अलावा आर्ट एंड कल्चर में केरल के आदित्य, तेलंगाना की गौरवी, ओडिशा के संभव मिश्रा और असम की श्रेया भट्टाचार्जी, इनोवेशन में कर्नाटक के ऋषि शिव प्रसन्ना और छत्तीसगढ़ के आदित्य प्रताप, सोशल सर्विस में दिल्ली की अनुष्का जॉली, खेल में जम्मू-कश्मीर की हनाया, गुजरात के शौर्यजीत रजितकुमार और आंध्र की कोलागाटला मीनाक्षी ने भी अवॉर्ड जीते हैं। ये भी परेड में शामिल हुए।