अरुण यादव के ट्वीट पर कांग्रेस में मचा हड़कंप, यादव ने लिखा- किसको फिक्र है कि कबीले का क्या होगा..! सब इसी बात पर लड़ते हैं कि सरदार कौन होगा..!

पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने अपने ही नेता सिब्बल, आजाद व तिवारी पर निशाना साधा और कहा- उन्होंने जिंदगीभर कांग्रेस के नाम पर शोषण और दोहन किया

अरुण यादव के ट्वीट पर कांग्रेस में मचा हड़कंप, यादव ने लिखा- किसको फिक्र है कि कबीले का क्या होगा..! सब इसी बात पर लड़ते हैं कि सरदार कौन होगा..!

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अरुण यादव के ट्वीट पर का्रगेस में हड़कंप मच गया है। यादव को पार्टी के लोगों का ही समर्थन मिलने लगा है। जी-23 में शामिल दिग्गजों पर सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष की मांग धीरे धीरे जोर पकड़ने लगी है और अब कांग्रेसी नये नेता के लिए नाम पर भी विचार करने लगे हैं। पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव ने ट्वीट किया है कि किसको फिक्र है कि “कबीले” का क्या होगा..! सब इसी बात पर लड़ते हैं कि “सरदार” कौन होगा..! ट्वीट के बाद पार्टी में एकदम हलचल सी मच गई। कई नेताओं ने दिग्गज नेताओं पर सवाल शुरू कर दिए। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने अपने ही नेता कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद, मनीष तिवारी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने जिंदगी भर कांग्रेस के नाम पर शोषण और दोहन किया है। राजनीतिक क्षेत्र के साथ कांग्रेस का भी शोषण किया। गुलाम नबी आजाद, मनीष तिवारी और कपिल सिब्बल ने अपने-अपने स्टेट को हराकर आज जी-23 बना कर रखा है। जिन्हें कांग्रेस ने बनाया आज वही लोग कांग्रेस परिवार पर सवाल उठा रहे हैं। अरुण यादव का ट्वीट सही है।  ये नेता सीडब्ल्यूसी की बैठक में आवाज नहीं उठाते हैं। सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि अगर युवाओं को मौका देना है तो सचिन पायलट को और अगर पुराने दिग्गजों को कमान देना है तो कमलनाथ और अशोक गहलोत को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है। वहीं पूर्व मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि कमलनाथ के पास अनुभव है, इसलिए उन्हें अब राष्ट्रीय अध्यक्ष बना देना चाहिए।

नरोत्तम ने अरुण के ट्वीट पर कहा- सदन में कमलनाथ समय नहीं देते. ऐसे में गोविंद सिंह को जिम्मेदारी देना चाहिए
मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अरुण यादव के ट्वीट पर कहा कांग्रेस हाशिए पर जा रही है. प्रदेश अध्यक्ष से इस्तीफा मांगे जा रहे हैं. इंजन में खराबी है और डिब्बे बदले जा रहे हैं. सत्ता पक्ष लगातार कमलनाथ पर भी निशाने साध रहा है। नरोत्तम मिश्रा भी कह चुके हैं कि सदन में कमलनाथ समय नहीं देते, ऐसे में उन्हें गोविंद सिंह को जिम्मेदारी देना चाहिए. गोविंद सिंह वरिष्ठ नेता हैं लेकिन कमलनाथ ऐसा नहीं करेंगे।