अटल निवास तक खुदी सड़कः भतीजी का फूटा दर्द, कहा-‘बड़े नेताओं और अफसरों को खुद सोचना चाहिए’

भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की द्वितीय पुण्यतिथि पर देश के कई बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि अर्पित की। अटल जी की कई फेमस कविताएं भी शेयर की गईं, लेकिन किसी भी जिम्मेदार नेता या अफसर ने अटल जी के शिंदे की छावनी स्थित पैतृक निवास तक जाने वाली सड़क की सुध नहीं ली। इसे नगर निगम ने पानी की लाइन डालने के लिए खोदा था, लेकिन उसके बाद रोड बनाई नहीं गई है। बरसात के कारण इस गली में दलदल जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। अटल जी के इस आवास और यहां बनी लाइब्रेरी व कंप्यूटर सेंटर को देखने के लिए लोग अलग-अलग शहरों से पहुंचते हैं।
इस मामले में अटल जी की भतीजी कांति मिश्रा का दर्द छलक उठा। उन्होंने कहा-‘इस मामले की शिकायत न तो मैं मीडिया से कर सकती हूं और न ही निगम कमिश्नर से। बड़े नेताओं और अफसरों को खुद सोचना चाहिए। अगर मैं उन्हें इस मामले में कुछ कहती हूं, तो यह अटल जी की तौहीन होगी। इस मामले में अफसरों से कुछ कहने की जरूरत भी नहीं होनी चाहिए।’
इसके अलावा उन्होंने पैतृक मकान में संचालित वाचनालय को लेकर भी टिप्पणी की है कि इस लाइब्रेरी में नई किताबें ही नहीं हैं। ऐसे में यहां अब बच्चे भी पढ़ने के लिए नहीं आते हैं।