नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा, एनडीए से हुए अलग
9 अगस्त 22। नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन टूट गया है। जेडीयू की विधायक दल की बैठक में इसका फैसला लिया गया है। विधायक दल की बैठक में सीएम ने बीजेपी पर अपमानित करने और जेडीयू को खत्म करने की साजिश करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही नई सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है।
सीएम नीतीश कुमार ने कुछ देर पहले ही राज्यपाल फग्गन सिंह कुलस्ते को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। राज्यपाल ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इस्तीफा सौंपने के बाद उन्होंने 160 विधायकों के समर्थन की जानकारी दी है। इस्तीफा सौंपने के बाद उन्होंने मीडिया के सामने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमने इस्तीफा सौंप दिया है। हम एनडीए से अलग हो गए हैं। एनडीए से अलग होने का फैसला पार्टी का ही था। सभी सांसद और विधायक इस बात पर सहमत हुए कि हमें एनडीए छोड़ देना चाहिए।
वहीं, राजद विधायक दल की बैठक में सीएम के रूप में नीतीश कुमार को समर्थन देने का फैसला किया गया है। जद (यू) नेता नीतीश कुमार ने राजद के तेजस्वी यादव से कहा, 2017 में जो हुआ उसे भूल जाएं और एक नया अध्याय शुरू करें। जीतन राम मांझी के हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने नीतीश कुमार और महागठबंधन को बिना शर्त समर्थन दिया है।
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि 2020 विधानसभा चुनाव में मैनडेंट बिहार में बीजेपी और जदयू को मिला था। प्रधानमंत्री ने नीतीश कुमार को सीएम बनाया। बिहार की जनता को धोखा दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जनता के जनादेश के साथ नीतीश कुमार ने धोखा किया. जनता माफ नहीं करेगी।
फ्लोर टेस्ट के लिए पहले से ही तैयारी
गठबंधन टूटने के बाद नीतीश कुमार अब फ्लोर टेस्ट कराने की तैयारी में हैं। सूत्रों के अनुसार जदयू के सभी विधायकों को अगले 72 घंटों तक पटना में रहने का निर्देश दिया गया है। JDU के पास बिहार विधानसभा में 45 विधायक हैं।
तेजस्वी को मिल सकती है डिप्टी CM की कुर्सी
सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी यादव डिप्टी CM होंगे। कांग्रेस को स्पीकर की कुर्सी मिल सकती है। कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान कह चुके हैं कि नीतीश कुमार ही महागठबंधन के मुख्यमंत्री होंगे। सब कुछ तय हो गया है।