भारतरत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर का देवलोक गमन, शोक में डूबा मध्य प्रदेश

मुख्यमंत्री शिवराज, केंद्रीय मंत्री नरेद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, ग्रहमंत्री नरौत्तम मिश्रा,पूर्व द्वय सीएम कमलनाथ व दिग्विजय सिंह सहित हर कोई लताजी के निधन के समाचार से स्तब्ध

भारतरत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर का देवलोक गमन, शोक में डूबा मध्य प्रदेश

भोपाल। भारतरत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर का रविवार सुबह मुंबई में देवलोक गमन हो गया। वह 92 साल की उम्र पार कर चुकी थीं। सबकी प्यारी दीदी के अनंत यात्रा पर चले जाने से मध्य शोक में डूब गया है। कारण मध्य प्रदेश की धरती इंदौर में उनका जन्म हुआ था और यही पली-बढ़ी। भारतरत्न लता मंगेशकर के निधन से पूरे देष में शोक की लहर फैल गई। 2 दिन का राष्ट्रीय शोक रहेगा और तिरंगा आधा झुका रहेगा। आज यानी रविवार को मुबई के शिवाजी पार्क में शाम 6.30 बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया,ग्रहमंत्री नरौत्तम मिश्रा, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह सहित हर कोई उनके निधन से दुखी और स्तब्ध है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लता मंगेशकर के सवर्गवास होने पर कहा कि भारतरत्न अलंकृत हम सबकी प्यारी दीदी लता मंगेशकर के देवलोक गमन का दुखद समाचार पाकर स्तब्ध हूं। यह संगीत जगत के एक और अप्रतिम युग का अंत है। ईश्वर दीदी को अपने श्री चरणों में स्थान दे। शोक संतप्त परिजनों व दीदी के प्रशंसकों को यह आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करे।

केंद्रीय मंत्री नरेद्र सिंह तोमर ने टवीट कर उनके निधन को समस्वथ देशवासियों के लिये अपूरणीय क्षति बताया है।उन्होने कहा कि ईश्वर दिवंगत आत्मा पुण्यात्मा  को अपने श्रीचरणों में स्थान दे एवं शोकाकुल परिजनों व उनके असंख्य प्रशंसकों को इस दुख को सहने की शक्ति दे।

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी लता मंगेशकर के निधन पर दुख जताया। सिंधिया ने ट्वीट किया कि स्तब्ध हूं एवं निःशब्द हूँ। सुरों की देवी, देश का मान-सम्मान, भारतरत्न सबकी प्यार दीदी लता मंगेशकर हमारे बीच से चला जाना राष्ट्र और सम्पूर्ण संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। हमने एक अमूल्य हीरा खो दिया है। ईश्वर लता दीदी की आत्मा को शांति और परिजनों व उनके करोड़ों प्रशंसकों को ये दुख सहने की शक्ति दें।

वहीं मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्र ने  शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि  कि वो सुरों का जीवंत इतिहास थीं। माँ सरस्वती की पुत्री मानी जाने वाली अपनी सुर-मधुर आवाज से हम सभी के मन को सुकून देने वाली ऐसी स्वरकोकिला,सुर शिरोमणि,भारत रत्न और हम सब की प्रिय लता दी के निधन की खबर अत्यंत पीड़ादाई है।आदरणीय लता दीदी हम सब को छोड़कर आज चली गई जो कि देश के लिए ही नहीं अपितु पूरे विश्व के लिए अपूरणीय क्षति है ।लता दीदी के जाने से ऐसा खालीपन संगीत के क्षेत्र में आया है जिसे शायद ही भरा जा सकेगा।अपनी सुर मधुर आवाज से सभी को मंत्रमुग्ध करने वाली लता दीदी तो हमारे बीच में नहीं है लेकिन उनकी आवाज सदैव हमारे दिलों में रहेगी। परमपिता परमात्मा से प्रार्थना है उन्हें अपने चरणों में स्थान दे,बेहद दुखद क्षण है ईश्वर से प्रार्थना है कि उनके जो शुभेच्छु हैं, उन सब को भी यह गहन दुख सहन करने की ईश्वर मां पीतांबरा शक्ति प्रदान करें।

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि स्वर कोकिला और कई पुरस्कारों से सम्मानित एमपी के इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर के निधन का समाचार बेहद पीड़ादायक है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी ट्वीट कर लता मंगेशकर के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि भारतरत्न लता मंगेशकर के निधन की दुखद खबर है। उनकी आवाज अमर है, ना उनके जैसा हुआ है और ना होगा।

स्वर कोकिला लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था
भारतरत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने करीब एक हजार से अधिक फिल्मों में अपनी आवाज दी। करीब 36 भाषाओं में हजारों गाना गाने का एक रिकॉर्ड है। उनका आखिरी गाना 2015 में आई फिल्म डुन्नो वाय में था। करीब 80 साल से संगीत की दुनिया में सक्रिय लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। 13 साल की छोटी उम्र में 1942 से उन्होंने गाना शुरू कर दिया था। लता जी के पिता पं. दीनानाथ मंगेशकर संगीत की दुनिया और मराठी रंगमंच के जाने पहचाने नाम थे। उन्होंने ही लता जी को संगीत की शिक्षा दी थी। 5 भाई-बहनों में सबसे बड़ी लता जी की तीन बहनें आशा भोसले, उषा मंगेशकर, मीना मंगेशकर और भाई हृदयनाथ मंगेशकर हैं। लता मंगेशकर अपनी बहन उषा और भाई हृदयनाथ के साथ मुंबई के पेडर रोड स्थित प्रभुकुंज में पहले फ्लोर पर रहती थीं।