हिंदू आतंकवाद को हवा देने रची साजिश, विस्फोट ने खोल दी मामले की कलई

हिंदू आतंकवाद को हवा देने रची साजिश, विस्फोट ने खोल दी मामले की कलई
पुलिस ने बताया कि शारिक ने कोयंबटूर से एक सिम कार्ड खरीदा था, जो उसके नाम पर नहीं था। इस सिम कार्ड के टावर की लोकेशन से पता चला कि वह पूरे तमिलनाडु में घूमा था। उसके कॉल लॉग की जांच कर तमिलनाडु में उसके साथियों का पता चलाने की कोशिश की जा रही है।

21 नवंबर 22।  मंगलुरु में शनिवार को ऑटो में हुए धमाके के मामले में रोज नई परत खुल रही हैं। मुस्लिम आतंकी, हिंदू संगठनों को बदनाम करने की योजना पर काम कर रहे थे। उनका टारगेट शहर का भीड़-भाड़ वाला इलाका था। गनीमत रही कि बम ऑटो में ही फट गया और खुद शारिक इसका शिकार हो गया। जिसकी वजह से सारी योजना की कलई खुल गई।

पुलिस के अनुसार आरोपी शारिक ने ऑटो में बैठते ही कहा कि उसे पंपवेल एरिया जाना है। ADGP ने कहा कि शारिक विस्फोटक को नगौरी में प्लांट करना चाहता था, लेकिन इससे पहले ही इसमें विस्फोट हो गया। फिलहाल पुलिस की देखरेख में ऑटो चालक और आरोपी शारिक का इलाज चल रहा है।

कर्नाटक के हेल्थ मिनिस्टर के. सुधाकर ने कहा कि शारिक ऑटो में हिंदू होने का दिखावा कर रहा था, ताकि किसी को उस पर शक न हो। इसके लिए वह एक आधार कार्ड भी दिखा रहा था, जिस पर हिंदू नाम था। यह कार्ड उसने एक रेलवे कर्मचारी से चुराया था, जिसे पुलिस ने लौटा दिया है।

उन्होंने कहा कि हर एंगल की पड़ताल की जा रही है। हम यह भी पता लगा रहे हैं कि क्या मोहम्मद शारिक अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों, बैन किए गए संगठनों या स्लीपर सेल से जुड़ा हुआ है। हमारा राज्य केरल से लगा हुआ है, इसलिए स्लीपर सेल से जुड़े होने की आशंका बढ़ जाती है।