देवउठनी एकादशी 4 नवंबर को, इसके साथ ही शुरू हो जाएंगे मांगलिक कार्य

देवउठनी एकादशी 4 नवंबर को, इसके साथ ही शुरू हो जाएंगे मांगलिक कार्य
देव उठनी एकादशी के दिन तुलसी विवाह का भी आयोजन किया जाता है। इस साल देव उठनी एकादशी 4 नवंबर 2022, शुक्रवार के दिन है. जबकि इसका पारण 5 नवंबर 2022 को किया जाएगा। इस दिन तुलसी विवाह का भी आयोजन किया जाता है। 

28 अक्टूबर 22। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवोत्थान एकादशी के नाम से प्रसिद्ध है। इस दिन से सभी मांगलिक कार्य शुरू हो जाते है। बता दें कि इसे देव उठनी एकादशी या प्रबोधनी एकादशी भी कहा जाता है. भगवान विष्णु आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी से निद्रा में चले जाते हैं और 4 महीने बाद कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन उठते हैं जिसके चलते इस दिन को देवोत्थान एकादशी के नाम से जाना जाता है।

इस दिन तुलसी विवाह का भी आयोजन किया जाता है। इस साल देव उठनी एकादशी 4 नवंबर 2022, शुक्रवार के दिन है. जबकि इसका पारण 5 नवंबर 2022 को किया जाएगा। इस दिन तुलसी विवाह का भी आयोजन किया जाता है। 

देव उत्थान एकादशी शुभ मुहूर्त और समय

देव उत्थान एकादशी शुक्रवार, नवम्बर 4, 2022 को

एकादशी तिथि प्रारम्भ - नवम्बर 03, 2022 को शाम 07 बजकर 30 मिनट से शुरू

एकादशी तिथि समाप्त - नवम्बर 04, 2022 को शाम 06 बजकर 08 मिनट पर खत्म

पारण (व्रत तोड़ने का) समय - नवम्बर 05, 2022 को सुबह 06 बजकर 41 मिनट से 08 बजकर 57 मिनट पर

इस दिन शंख बजाकर विष्णु जी को उठाना चाहिए तो वही सभी देवी देवताओं के लिए दिये जलाए जाने चाहिए।