परमाणु हमला किया तो ये रूसी सेना का अंत होगा, यूरोपीय संघ ने दी चेतावनी

यूरोपीय संघ ने कहा है कि रूस ने किसी भी परमाणु हथियार का इस्तेमाल किया तो उसकी सेना पूरी तरह साफ कर दी जाएगी। जो बाइडेन के बाद अब यूरोपीय संघ ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को पलटकर ये चेतावनी दी है।

परमाणु हमला किया तो ये रूसी सेना का अंत होगा, यूरोपीय संघ ने दी चेतावनी
धमकी भरी बयानबाजी के बीच पश्चिमी देश लगातार यूक्रेन को उन्नत हथियार और सुरक्षा सिस्टम दे रहे हैं। पोलैंड और फिनलैंड के पुराने मिसाइल डिफेंस सिस्टम देने के बाद अब जर्मनी यूक्रेन को अत्याधुनिक मिसाइल शील्ड सिस्टम डिलिवर कर चुका है। अमेरिका जल्द ही अपना मॉर्डन मिसाइल डिफेंस सिस्टम कीव पहुंचाने वाला है। गुरुवार को स्पेन ने भी अपना मिसाइल डिफेंस सिस्टम यूक्रेन को देने का एलान किया है।

15 अक्टूबर 22। ईयू की विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बॉरेल ने बेल्जियम में डिप्लोमैटिक एकेडमी के उद्घाटन के दौरान कहा, "पुतिन कह रहे हैं कि वह भभकी नहीं दे रहे हैं। वह भभकी देने की हालत में हैं भी नहीं और ये साफ करना भी जरूरी है कि यूक्रेन का समर्थन कर रहे लोग, यूरोपीय संघ के सदस्य, अमेरिका और नाटो भी भभकी नहीं दे रहे हैं।"

बॉरेल के मुताबिक, "यूक्रेन पर किया गया कोई भी परमाणु हमला एक जवाब पैदा करेगा, कोई परमाणु जवाब नहीं बल्कि सैन्य रूप से ऐसा ताकतवर उत्तर कि रूस की सेना का पूरी तरह सफाया हो जाएगा।"

नाटो प्रमुख ने भी दी कड़ी चेतावनी

बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में बॉरेल के साथ नाटो के चीफ येंस स्टोल्टनबर्ग भी मौजूद थे। नाटो चीफ ने मॉस्को से कहा, "अगर पश्चिम की तरफ झुकाव वाले पड़ोसी पर परमाणु हमला किया गया तो रूस को उसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे, हम इसकी बात नहीं कर रहे हैं कि हमारा जवाब क्या होगा, लेकिन इतना तय है कि इसके बाद संघर्ष की परिभाषा बदल जाएगी।"

रूसी राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन और पश्चिमी देशों को रणनीतिक परमाणु हथियार इस्तेमाल करने की धमकी देते आ रहे हैं। वह बार बार कह रहे हैं कि रूस भभकी नहीं दे रहा है। नाटो चीफ ने ऐसी धमकियों के जवाब में कहा, "छोटे से परमाणु हथियार का भी इस्तेमाल बहुत ही गंभीर बात होगी।"

इन बयानों के एक दिन पहले नाटो के एक और वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यूक्रेन पर रूसी परमाणु हमला हुआ तो "सभी साझेदार और खुद नाटो भी इसका सीधा जवाब देगा।"

आग इतनी सुलगा दो कि जल्द ठंडी पड़ जाए

अमेरिका और पश्चिमी देशों को लगता है कि रूस, तनाव को नये स्तर पर ले जाने के लिए परमाणु हथियारों का जिक्र कर रहा है। पश्चिमी रक्षा विशेषज्ञ इसे "एस्कलेट टू डिएस्कलेट" की रणनीति मान रहे हैं। इस रणनीति के तहत तनाव को इतना बढ़ा दिया जाता है कि संभावित तबाही को ध्यान में रखते हुए सारे पक्ष मामले को ठंडा करने में जुट जाते हैं।