सरकार ने किसानों को बातचीत के लिए बुलायाः भाजपा अध्यक्ष नड्डा के घर में केंद्र की मीटिंग जारी

गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह एवं कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बैठक में मौजूद

सरकार ने किसानों को बातचीत के लिए बुलायाः भाजपा अध्यक्ष नड्डा के घर में केंद्र की मीटिंग जारी

कृषि बिल पर रार का आज छठवां दिन है, दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का जमावड़ा लगा हुआ है। केंद्र सरकार ने मंगलवार को 3 बजे 32 किसान संगठनों के नेताओं को बातचीत के लिए विज्ञान भवन में बुलाया है। इससे पहले सरकार के मंत्री एक अलग मीटिंग कर रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर हो रही मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मौजूद हैं। इससे पहले शाह ने ठैथ् राइजिंग डे इवेंट में जाने का शेड्यूल टाल दिया था। इसकी वजह एक अहम ऑफिशियल काम होना बताई गई है। सरकार से बातचीत से पहले दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों का गुस्सा देखा गया। गाजीपुर-गाजियाबाद बॉर्डर पर किसानों ने बैरिकेड हटाने के लिए ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया।

दिल्ली-हरियाणा के 2 बॉर्डर सील
हरियाणा से लगे दिल्ली के सिंघु और टिकरी बॉर्डर को पुलिस ने आज लगातार दूसरे दिन बंद कर रखा है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कहा है कि दिल्ली से हरियाणा आवाजाही के लिए झारोदा, धनसा, दौराला, कापसहेड़ा, रजोकरी छभ्-8, बिजवासन, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर से मूवमेंट कर सकते हैं। ये बॉर्डर खुले हुए हैं। बदोसराय और झटीकरा बॉर्डर से सिर्फ टू-व्हीलर की आवाजाही की इजाजत है। केंद्र के तीनों नए कृषि बिलों के खिलाफ पंजाब में तो प्रदर्शन पहले से चल रहा था, लेकिन 6 दिन पहले पंजाब-हरियाणा के किसानों ने दिल्ली कूच कर दिया। पुलिस ने उन्हें बॉर्डर पर ही रोक दिया। सरकार ने किसानों से कहा कि वे प्रदर्शन खत्म कर बुराड़ी आ जाएं तो बातचीत पहले भी हो सकती है।

सुखविंदर ने कहा- देश सभी किसान संगठनों को बुलाएं, नहीं तो हम बातचीत नहीं करेंगे 
पंजाब किसान संघर्ष समिति के जॉइंट सेक्रेटरी सुखविंदर ने कहा है कि देश में किसानों के 500 से ज्यादा संगठन हैं। सरकार ने सिर्फ 32 समूहों को बुलाया है। जब तक सभी संगठनों को नहीं बुलाया जाता, हम बातचीत में शामिल नहीं होंगे। हरियाणा की 130 खाप पंचायतें आज किसान आंदोलन में शामिल होंगी। पंजाब में भी पंचायतों ने हर घर से एक मेंबर को धरने में शामिल होने के लिए कहा है। दिल्ली की टैक्सी और ट्रांसपोर्ट यूनियन भी सोमवार को किसानों के समर्थन में आ गई। उन्होंने कहा कि अगर 2 दिन में कोई हल नहीं निकला तो हड़ताल करेंगे। 27 नवंबर को सिंघु बॉर्डर पर हुए हंगामे को लेकर अलीपुर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर तंज कसा है कि अन्नदाता सड़कों पर धरना दे रहे हैं और झूठ टीवी पर भाषण। किसान की मेहनत का हम सब पर कर्ज है। सिंघु बॉर्डर 32 साल बाद सबसे बड़े किसान आंदोलन का गवाह बना है। 1988 में महेंद्र सिंह टिकैत के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के 5 लाख किसान यहां पर जुटे थे।