कन्हैया के परिवार को 31 लाख मुआवजा देगी सरकार, केंद्र ने भेजी NIA की टीम

केंद्र सरकार उदयपुर में मंगलवार को की गई कन्हैयालाल की नृशंस हत्या को आतंकवादी हमला मान रही है। इसके लिए एक जांच दल भेजा गया है जिसमें आतंकवाद रोधी एजेंसी एनआईए के अधिकारी शामिल हैं। प्रारंभिक जानकारी से यह बात सामने आई है कि हमलावरों के आईएसआईएस से संबंध हो सकते हैं।

कन्हैया के परिवार को 31 लाख मुआवजा देगी सरकार, केंद्र ने भेजी NIA की टीम
उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में दो व्यक्तियों ने एक दर्जी की कथित रूप से गला काटकर हत्या कर दी और सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालकर कहा कि उन्होंने ‘इस्लाम के अपमान’ का बदला लेने के लिए ऐसा किया।

29 जून 22। घटना से सांप्रदायिक तनाव पैदा होने के बाद उदयपुर शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। वीडियो क्लिप में एक कथित हमलावर को यह कहते सुना जा सकता है कि उसने एक आदमी का सर कलम कर दिया है।

केंद्र सरकार उदयपुर में मंगलवार को की गई कन्हैयालाल की नृशंस हत्या को आतंकवादी हमला मान रही है। इसके लिए एक जांच दल भेजा गया है जिसमें आतंकवाद रोधी एजेंसी एनआईए के अधिकारी शामिल हैं। प्रारंभिक जानकारी से यह बात सामने आई है कि हमलावरों के आईएसआईएस से संबंध हो सकते हैं। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।

अधिकारियों ने कहा कि जांच दल मामले की गहन जांच करेगा और गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों की पृष्ठभूमि की पड़ताल करेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा, ‘प्रथम दृष्टया यह एक आतंकी मामला लगता है और इसकी गहन जांच की जरूरत है जिसमें उनके सोशल मीडिया प्रोफाइल को खंगालना शामिल है।’कड़े गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज होने के बाद मामले को जांच के लिए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंपे जाने की संभावना है।

आरोपियों ने सोशल मीडिया पर शेयर किया वीडियो
उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में दो व्यक्तियों ने एक दर्जी की कथित रूप से गला काटकर हत्या कर दी और सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालकर कहा कि उन्होंने ‘इस्लाम के अपमान’ का बदला लेने के लिए ऐसा किया। घटना से सांप्रदायिक तनाव पैदा होने के बाद उदयपुर शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। वीडियो क्लिप में एक कथित हमलावर को यह कहते सुना जा सकता है कि उसने एक आदमी का सर कलम कर दिया है। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकी देते हुए कहा कि ‘‘उनका छुरा उन (मोदी) तक भी पहुंचेगा।’

राजस्थान सरकार ने मुआवजे का किया ऐलान

मृतक कन्हैयालाल के परिवार को 31 लाख रुपए का मुआवजा और परिवार के 2 सदस्यों को संविदा पर नौकरी दी जाएगी। नुपुर शर्मा से संबंधित पोस्ट करने के मामले में कन्हैयालाल का समझौता कराने वाले स्थानीय ASI को भी निलंबित किया गया है। इससे पहले दिनदहाड़े हत्या को अंजाम देने के आरोपियों ने अपराध स्वीकार करते हुए वीडियो पोस्ट किया और उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनमें से एक ने खुद की पहचान रियाज अख्तरी के रूप में की।

आरोपी के दावत-ए-इस्लामी से संबंध?
अख्तरी के संबंध पाकिस्तान स्थित दावत-ए-इस्लामी से मिले हैं, जिसकी भारत में भी शाखाएं हैं। दावत-ए-इस्लामी के कुछ सदस्य 2011 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर सलमान तासीर की हत्या सहित कई आतंकी घटनाओं में शामिल थे। आतंकवादी समूहों, विशेष रूप से आईएसआईएस और अल-कायदा द्वारा सिर कलम करना आम बात है। यह प्रवृत्ति 2014 में शुरू हुई जब आईएसआईएस द्वारा इसी तरह से कई विदेशियों को मार डाला गया तथा इन वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया।

जम्मू कश्मीर में तीन दशकों के आतंकवाद के दौरान, 1995 में सिर कलम करने का केवल एक मामला देखा गया था, जब प्रतिबंधित आतंकवादी समूह हरकत-उल-अंसार के कथित आतंकवादी अल फरान ने विदेशी पर्यटक हंसा ओस्ट्रो को मार डाला था।

उदयपुर में कन्हैयालाल के मर्डर पर आक्रोश
मुख्य सचिव ऊषा शर्मा ने मंगलवार शाम उच्च स्तरीय बैठक की और सभी संभागीय आयुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों एवं जिलाधिकारियों को प्रदेशभर में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। एक सरकारी बयान में मुख्य सचिव ने कानून-व्यवस्था बनाये रखने की दृष्टि से प्रदेशभर में आगामी 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद किये जाने, सभी जिलों में आगामी एक माह तक धारा 144 लागू करने, पुलिस एवं प्रशासन के सभी अधिकारियों के अवकाश निरस्त करने, शांति समिति की बैठक आयोजित करने और उदयपुर जिले में आवश्यकतानुसार कर्फ्यू लगाये जाने के निर्देश दिए हैं।

जेहादियों के हौसले तो बुलंद होंगे ही
जब राज्यवर्धन प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे तो उनका चेहरा गुस्से से तमतमाया दिख रहा था। उन्होंने राज्य की अशोक गहोलत सरकार पर ताबड़तोड़ हमले बोले। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि बूंदी के एंदर एक मौलाना ने खुलेआम लोगों के गर्दन अलग करने का आह्वान किया, कुछ नहीं हुआ। जोधपुर में दीपक नामक एक शख्स की हत्या हुई, परिवार नाम बताता रहा, राजस्थान पुलिस ने कुछ नहीं किया। करौली का मुख्य साजिशकर्ता अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। चाहे करौली हो, झालावाड़ हो, अलवर या जोधपुर हर जगह राजस्थान सरकार नाकामयाब रही है। जब ऐसा होगा तो जेहादियों के हौसले तो बुलंद होंगे ही। खुद गहलोत सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खचरियावस भी इस हमले को लेकर बेहद आहत दिखे और हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग कर दी है।