छिंदवाड़ा के एक कार्यक्रम में कमलनाथ को मुख्यमंत्री और नकुलनाथ को सांसद बनाने का संकल्प दिलाया
भोपाल। एमपी कांग्रेस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कमलनाथ को भावी, अवश्यंभावी मुख्यमंत्री बताने को लेकर छिड़ी सियासत अभी थमी नहीं थी कि अब छिंदवाड़ा के एक कार्यक्रम को लेकर संग्राम छिड़ गया है। पूरे एमपी में सिर्फ एक लोकसभा सीट बचा पायी कांग्रेस के लिए कब्जा बरकरार रखना एक बड़ी चुनौती है।
छिंदवाड़ा में आयोजित कांग्रेस पार्टी के एक कार्यक्रम में कांग्रेसियों को कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने और नकुलनाथ को सांसद बनाने का संकल्प दिलाया गया। मजेदार बात ये है कि इस कार्यक्रम में खुद कमलनाथ और नकुल नाथ भी मौजूद थे। बड़ी संख्या में मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया गया कि नए साल में नई सरकार और कमलनाथ को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने और नकुल नाथ को सांसद बनाने के लिए समर्पित भाव से काम करेंगे। पार्टी के प्रतिष्ठित के प्रति वचनबद्ध रहने का भी संकल्प दिलाया गया।
कमलनाथ, नकुल नाथ की मौजूदगी में कांग्रेसियों के संकल्प कार्यक्रम पर अब सियासी संग्राम छिड़ गया है। बीजेपी ने कांग्रेसियों को संकल्प दिलाने पर कांग्रेस पर तंज कसा है। बीजेपी ने कहा पार्टी नियम, परंपरा, पार्टी संविधान, सब एक तरफ। 2023 के लिए खुद को मुख्यमंत्री बनाने और बेटे को सांसद बनाने की अनोखी शपथ….यह तो भावी, अवश्यंभावी से भी बढ़कर है।
कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने और नकुलनाथ को सांसद बनाने के छिंदवाड़ा में हुए संकल्प कार्यक्रम पर भाजपाइयों के हमलावर होने पर कांग्रेस बचाव के मूड में है। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कमलनाथ से भाजपा डरी हुई है। भाजपाइयों को सपने में भी कमलनाथ नजर आ रहे हैं। कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार बनना तय है। संकल्प ने बता दिया कि कमलनाथ और नकुल नाथ दोनों चुनाव लड़ेंगे।
छिंदवाड़ा एकमात्र संसदीय क्षेत्र जहां पर कांग्रेस का कब्जा है। यहां पर कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ सांसद हैं। जबकि छिंदवाड़ा की सभी विधानसभा सीटों पर भी कांग्रेस का कब्जा है। छिंदवाड़ा में कमलनाथ के गढ़ को भेदने के लिए बीजेपी लगातार रणनीति बना रही है। केंद्रीय नेतृत्व से लेकर राज्य इकाई भी कमलनाथ की छिंदवाड़ा में घेराबंदी करने की कोशिश में हैं। बीते दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सौंसर में आयोजित कार्यक्रम में तत्कालीन कमलनाथ सरकार पर जमकर हमला बोला था। यही वजह है कि अपने गढ़ बचाने के लिए कमलनाथ अब कांग्रेसियों को निष्ठा का संकल्प दिलाते हुए नजर आ रहे हैं।