दिल्ली नगर निगम (DMC) के सदन में बुधवार देर रात जबरदस्त हंगामा
मेयर चुनाव के बाद देर रात 'अखाड़ा' बना MCD सदन,स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव को लेकर बीजपी और AAP पार्षदों के बीच हाथापाई,
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम (DMC) के सदन में बुधवार देर रात जबरदस्त हंगामा हुआ। मेयर चुनाव के बाद स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव को लेकर बीजपी और AAP पार्षदों के बीच हाथापाई हुई। दोनों पक्षों के पार्षद एक दूसरे के साथ धक्का-मुक्की और हाथापाई करते नजर आए। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही चार बार स्थगित करनी पड़ी। सदन में पार्षदों ने एक दूसरे पर पानी भी फेंका। कार्यवाही के दौरान के जो वीडियो सामने आए हैं, उनमें पार्षद एक दूसरे पर पानी की बोतलें फेंकते दिख रहे हैं। एमसीडी को चौथे प्रयास में अपना नया मेयर तो मिल गया, लेकिन स्टैंडिंग कमिटी के सदस्यों का चुनाव फिर अटक गया। बीजेपी का आरोप है कि स्टैंडिंग कमिटी मेम्बर्स के चुनाव में धांधली हुई है।
- सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद बुधवार शाम तक मेयर और डिप्टी मेयर चुन लिए गए, लेकिन स्टैंडिंग कमिटी के सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया शुरू होते ही दिल्ली नगर निगम के सदन में भारी हंगामा मच गया। सदन की कार्यवाही के बीच भाजपा और आप पार्षद आमने सामने रहे। तू-तू मैं-मैं से मामला बढ़ता हुआ मार-पिटाई तक पहुंच गया। दोनों दलों के पार्षदों एक दूसरे से उलझ गए। जिसके हाथ में जो आया उसने फेंकना शुरू कर दिया। इस दौरान कुछ पार्षद खुद को बचाने के लिए टेबलों के नीचे बैठे, तो कुछ सदन के गेट के पीछे छिप गए।
- दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी की शैली ओबेरॉय ने भाजपा की रेखा गुप्ता को 34 वोटों से हराकर मेयर पद का चुनाव जीता। लेकिन वह 38 दिन ही मेयर पद पर रह सकेंगीं। DMC की धारा 2(67) के अनुसार निगम का साल अप्रैल माह की पहली तारीख से शुरू होता है, जो अगले साल 31 मार्च को समाप्त होगा। ऐसे में फरवरी के आज से पूरे 7 दिन और मार्च के 31 दिन को मिलाकर शैली ओबेरॉय का कार्यकाल 38 दिनों का बचा है। इसके बाद दोबारा मेयर चुनाव होगा।
- एमसीडी सदन में देर रात हुए हंगामे के बाद शैली ओबेरॉय ने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षदों ने उन पर हमले की कोशिश की। उन्होंने कहा, 'यह भाजपा की गुंडागर्दी की इंतेहा है।' दिल्ली नगर निगम की 250 सीटों के लिए 4 दिसंबर, 2022 को चुनाव संपन्न हुए थे और 7 दिसंबर, 2022 को नतीजे घोषित हुए। आम आदमी पार्टी ने 134, बीजेपी ने 104, कांग्रेस ने 9 और निर्दलीय ने 3 सीटें जीतीं। इस तरह 15 साल बाद एमसीडी में भाजपा को हार मिली थी। चुनाव नीतजे आने के 80 दिन बाद दिल्ली को नया मेयर मिला।
- आम आदमी पार्टी की शैली ओबेरॉय को कुल 150 वोट मिले। दिल्ली को 10 साल बाद महिला मेयर मिली है। साल 2011 में भाजपा की रजनी अब्बी आखिरी महिला मेयर थीं वहीं, AAP के आले मोहम्मद इकबाल को डिप्टी मेयर चुना गया है। उन्हें 147 वोट मिले। उन्होंने BJP के कमल बागड़ी को हराया। शीला दीक्षित की सरकार में 2012 में दिल्ली नगर निगम को 3 हिस्सों में बांटा गया था। भाजपा ने 2022 में फिर से इन तीनों निगमों का एकीकरण कर दिया।
- शैली ओबेरॉय ने एमसीडी मेयर चुने जाने के बाद कहा कि हमें जनता की उम्मीदों को पूरा करने के लिए साथ मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि हम एमसीडी में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जनता को दी गई 10 गारंटी को पूरा करने के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सभी लैंडफिल साइट्स का अगले 3 महीनों के अंदर रिव्यू किया जाएगा और कूड़े के पहाड़ को कम करने के लिए पूरा प्रयास करेंगे।
- दिल्ली नगर निगम महापौर चुनाव में अपनी उम्मीदवार शैली ओबेरॉय की जीत के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुंडागर्दी हार गई, दिल्ली की जनता जीत गई। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, 'गुंडे हार गये, जनता जीत गयी। दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी का मेयर बनने पर सभी कार्यकर्ताओं को बहुत बधाई और दिल्ली की जनता का तहे दिल से एक बार फिर से आभार। शैली ओबेरॉय को बहुत बधाई।'
- दिल्ली नगर निगम में कुल 250 सीटे हैं। सदन में मेयर बनने के लिए 138 वोट चाहिए थे। आम आदमी पार्टी के अकेले 134 पार्षद थे और उसे 16 और पार्षदों का समर्थन मिला। कांग्रेस ने इस वोटिंग में भाग नहीं लिया था। मेयर चुनाव में 241 पार्षदों, 10 सांसदों और 14 विधायकों ने वोट डाले। इससे पहले 3 बार मेयर चुनाव कराने की कोशिश की गई, लेकिन भाजपा और आप मेंबर्स के हंगामे के चलते यह नहीं हो सका था। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद दिल्ली एमसीडी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव संपन्न हुए।
- दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की ओर से मनोनीत 10 MCD सदस्यों को वोट देने की अनुमति का फैसला लिया गया था। इसे लेकर AAP की मेयर प्रत्याशी शैली ओबेरॉय सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई थीं। सुप्रीम कोर्ट ने 17 फरवरी को AAP के पक्ष में फैसला सुनाया था और मनोनीत सदस्यों को मतदान प्रक्रिया से बाहर कर दिया था। शीर्ष अदालत ने 24 घंटे के अंदर एमसीडी हाउस बुलाने और मेयर व डिप्टी मेयर चुनाव कराने के लिए कहा था। इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल को 22 फरवरी को चुनाव कराने का प्रस्ताव दिया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया था।
- मेयर के साथ डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के 6 सदस्यों के चुनाव के लिए इससे पहले 6 जनवरी, 24 जनवरी और 6 फरवरी को 3 बार कोशिशें हुईं, लेकिन हर बार भाजपा और AAP के हंगामे के बाद दिल्ली नगर निगम सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 22 फरवरी को सुबह 11 बजे मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव के लिए वोटिंग शुरू होने से पहले सिविक सेंटर में हंगामे जैसे हालात दिखे। AAP पार्षदों की पुलिस से झड़प भी हुई। AAP पार्षद सदन में बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता की एंट्री का विरोध कर रहे थे। हंगामे की आशंका को देखते हुए सदन में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे और SSB जवानों को तैनात किया गया था।
- दिल्ली नगर निगम की नवनिर्वाचित मेयर शैली ओबेरॉय पश्चिमी दिल्ली के पूर्वी पटेल नगर वार्ड से आम आदमी पार्टी की पार्षद हैं। वह दिल्ली यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर थीं। वह भारतीय वाणिज्य संघ की आजीवन सदस्य भी हैं। शैली ने इग्नू के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से प्रबंधन अध्ययन में पीएचडी की है। वह 2013 में एक कार्यकर्ता के रूप में AAP में शामिल हुईं और 2020 तक पार्टी की महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष रहीं।