गोवा में कांग्रेस के 8 MLAs का भाजपा में विलय पूरी तरह संवैधानिक : स्पीकर
12 अक्टूबर 22। गोवा विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावड़कर (Goa Assembly Speaker Ramesh Tawdkar)ने कहा कि राज्य में कांग्रेस के आठ विधायकों के एक समूह के सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में विलय का हालिया कदम संवैधानिक मानदंडों के अनुसार है।
तावड़कर ने कहा कि हाल के दिनों में राजनीतिक गतिकी बदली है और राजनीति अब और अधिक 'जीवंत' हो गई है।
इसी साल 14 सितंबर को गोवा में कांग्रेस के 11 में से आठ विधायक बीजेपी में शामिल हो गए। उन्होंने कांग्रेस विधायक दल का भाजपा में विलय करने का प्रस्ताव पारित किया था।
पिछले महीने के राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में पूछे जाने पर तावड़कर ने कहा कि (merger under constitutional provisions)विलय संवैधानिक प्रावधानों के तहत हुआ है।
उन्होंने कहा, “दो-तिहाई विधायकों का एक समूह पार्टी से अलग हो गया और भाजपा में विलय हो गया। सब कुछ नियम पुस्तिका के अनुसार चला। ”
तावड़कर ने कहा कि जब कांग्रेस में विभाजन हुआ, वह दिल्ली में थे, लेकिन उसी दिन गोवा की राजधानी पणजी वापस चले गए और औपचारिकताएं पूरी कीं।
उन्होंने कहा, "यह सब अचानक हुआ। मुझे लगता है कि उन्होंने भी अचानक फैसला ले लिया था।"
यह पूछे जाने पर कि क्या यह लोकतंत्र में स्वस्थ है कि विधायक एक पार्टी के टिकट पर चुने जाते हैं और फिर बिना चुनाव का सामना किए दूसरी पार्टी में चले जाते हैं, तावड़कर ने कहा कि इन विधायकों को लगा होगा कि उनकी पार्टी (कांग्रेस) उन्हें न्याय नहीं दे पा रही है। इसलिए वे भाजपा में शामिल हो गए।
40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में विपक्ष की संख्या घटकर सात रह जाने के सवाल पर अध्यक्ष ने कहा, 'मुझे लगता है कि विपक्ष के सदस्यों की संख्या कम होने पर भी उन्हें (Congress will get more chance to speak in the house)सदन में बोलने का अधिक मौका मिलेगा।