अब छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस के टूटने के आसार, टीएस सिंहदेव की नाराजी चुनाव से पहले पड़ सकती है भारी
सीएम की कुर्सी को लेकर कांग्रेस में विवाद : सिंहदेव सीएम पद के दावेदार थे, उन्होंने कहा- चुनाव से पहले अपने भविष्य को लेकर निर्णय लूंगा
रायपुर। अब छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस के टूटने के आसार दिखाई देने लगे हैं। टीएस सिंहदेव की नाराजी चुनाव से पहले भारी पड़ सकती है। ज्ञात हो कि 2020 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस में फूट के कारण पार्टी बिखर गई थी और दोबारा भाजपा की सरकार बनी। सीएम न बन पाने के कारण लगातार असंतुष्ट चल रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव का हालिया बयान यही संकेत दे रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले अपने भविष्य को लेकर निर्णय लूंगा। सीएम न बनाए जाने के सवाल पर मीडिया से टीएस ने कहा कि अब तो छ्त्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने में एक साल से भी कम समय बचा है। टीएस सिंहदेव को मुख्यमंत्री न बनाए से कार्यकर्ताओ में नाराजगी के बारे में जब पत्रकारों ने सवाल किया तो टीएस ने कहा ये कार्यकर्ता के मन की बात है वो किस बात को लेकर काम करना चाहेंगे, लेकिन मैं विधानसभा चुनाव से पहले अपने भविष्य को लेकर निर्णय लूंगा.
आधे कार्यकाल के बाद सिंहदेव को बनाना था मुख्यमत्री, बघेल ने नहीं छोड़ी सीट
टीएस सिंहदेव को छत्तीसगढ़ में सरकार के आधे कार्यकाल यानि ढाई साल के बाद मुख्यमंत्री बनाया जाना था, लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कुर्सी नहीं छोड़ी। इस बारे में सिंहदेव खुलकर बोलते रहे, लेकिन परिस्थितियों के कारण कांग्रेस आलाकमान कोई बड़ा फैसला या कड़ा कदम नहीं उठा पाया। राज्य में विधानसभा चुनाव को एक वर्ष से भी कम का समय बचा है। अब ऐन चुनाव से पहले सिंहदेव के इस बयान से राज्य में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।