हिटलर भी चुनाव जीतकर आया था, कैसे जीतता था... सबको मालूम है : राहुल

कांग्रेस सांसद ने कहा, “लोकतंत्र की हत्या हो रही है। इस देश ने 70 साल में बनाया उसको 8 साल में खत्म कर दिया गया। आज हिंदुस्तान में लोकतंत्र नहीं है बल्कि 4 लोगों की तानाशाही है।”

हिटलर भी चुनाव जीतकर आया था, कैसे जीतता था... सबको मालूम है : राहुल
राहुल ने कहा कि मैं लोकतंत्र के लिए खड़े होने का अपना काम करता रहूंगा। यह बात समझ लीजिए कि जो धमकाता है वह डरता है। उन्होंने कहा, “हिटलर भी चुनाव जीतकर आया था। हिटलर कैसे चुनाव जीतता था? सारे संस्थान उसके हाथ में थे। उसके पास पूरा ढ़ांचा था। मुझे पूरा ढांचा दे दो फिर मैं दिखाऊंगा चुनाव कैसे जीता जाता है।”

5 अगस्त 22। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 5 अगस्त, शुक्रवार को मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर मुझे पूरा ढांचा(सिस्टम) दे दिया जाए तो फिर मैं भी दिखाऊंगा कि चुनाव कैसे जीता जाता है। राहुल गांधी ने दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मैं जितना लोगों की आवाज़ उठाता हूं, जितना सच बोलता हूं उतना ज़्यादा मुझ पर हमला किया जाता है।

हिटलर से तुलना कर कही ये बात

राहुल ने कहा कि मैं लोकतंत्र के लिए खड़े होने का अपना काम करता रहूंगा। यह बात समझ लीजिए कि जो धमकाता है वह डरता है। उन्होंने कहा, “हिटलर भी चुनाव जीतकर आया था(Hitler also came after winning the election)। हिटलर कैसे चुनाव जीतता था? सारे संस्थान उसके हाथ में थे। उसके पास पूरा ढ़ांचा था। मुझे पूरा ढांचा दे दो फिर मैं दिखाऊंगा चुनाव कैसे जीता जाता है।”

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि विपक्ष कानूनी ढांचा, न्यायिक संरचना, चुनावी संरचना के बल पर लड़ती है। यह सब ढांचे सरकार का समर्थन कर रहे हैं क्योंकि सरकार ने अपने लोग इन संस्थानों में बैठा रखे हैं। हिंदुस्तान का कोई भी संस्थान स्वतंत्र नहीं है, वह RSS के नियंत्रण में है।

कांग्रेस सांसद ने कहा, “लोकतंत्र की हत्या हो रही है। इस देश ने 70 साल में बनाया उसको 8 साल में खत्म कर दिया गया। आज हिंदुस्तान में लोकतंत्र नहीं है बल्कि 4 लोगों की तानाशाही है।” उन्होंने कहा कि हम महंगाई, बेरोज़गारी और समाज को जो बांटा जा रहा है उसका मुद्दा संसद में उठाना चाहते हैं लेकिन हमें बोलने नहीं दिया जाता।

राहुल गांधी ने एक ट्वीट में मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा, “इस तानाशाह सरकार को डर लग रहा है। भारत की हालत से, कमरतोड़ महंगाई और ऐतिहासिक बेरोज़गारी से, अपनी नीतियों से लायी बर्बादी से। जो सच्चाई से डरता है, वो ही आवाज़ उठाने वालों को धमकाता है!”

वहीं प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मौजूद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, “किसी ने कभी कल्पना नहीं की थी कि देश में ऐसा वक्त भी आएगा कि तिरंगों के लिए लोगों को समाप्त होते देखा जाएगा। कोई कल्पना नहीं कर सकता जिस रूप में संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं। महंगाई, बेरोज़गारी, GST पर कोई सुनवाई करने वाला नहीं है।”