भारत में खुदरा महंगाई की दर में गिरावट आई कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स फरवरी में 6.44%

खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर फरवरी में घटकर 5.95 प्रतिशत रही, आरबीआई ने 2022-23 के लिए खुदरा मुद्रास्फीति 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।

भारत में खुदरा महंगाई की दर में गिरावट आई कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स फरवरी में 6.44%

नई दिल्ली। देश में फरवरी महीने में रिटेल महंगाई घटकर 6.44% पर आ गई है। जनवरी 2023 में यह तीन महीनों के उच्च स्तर 6.52% और दिसंबर 2022 में 5.72% पर रही थी। तीन महीने पहले नवंबर 2022 में रिटेल महंगाई 5.88% थी। पिछले साल फरवरी 2022 में यह 6.07% रही थी।

दाम कम होने से मिली राहत -
खाने-पीने के सामान में मामूली बढ़ोतरी हुई है। वहीं दाल-चावल और सब्जियों की कीमतों में थोड़ी कमी आई है, जिसके चलते महंगाई दर में मामूली गिरावट देखने को मिली है। फरवरी 2023 में फूड इन्फ्लेशन 5.95% हो गई है, जो जनवरी में 5.94% थी।

RBI के अपर टॉलरेंस लेवल से ऊपर -
लगातार दूसरे महीने इन्फ्लेशन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 6% के अपर टॉलरेंस लेवल से ऊपर रही है। कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) के बास्केट में लगभग आधी हिस्सेदारी खाद्य पदार्थों की ही होती है। बीते महीने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजार में गेहूं जैसे खाद्यान्न के भाव घटे हैं। सरकार ने सप्लाई भी बढ़ाई है। इसका असर भी रिटेल महंगाई के आंकड़ों पर पड़ा है।

सोसायटी जनरल के अर्थशास्त्री कुणाल कुंडू ने कहा था कि अगली कुछ तिमाहियों तक महंगाई ज्यादा बढ़ने की संभावना नहीं है। लेकिन इसके कम होने की रफ्तार धीमी रहेगी। पिछले साल रुपए में 10% से ज्यादा गिरावट का असर भी महंगाई पर दिख सकता है। मनीकंट्रोल सर्वेक्षण के अनुसार, अर्थशास्त्रियों ने फरवरी में मुद्रास्फीति के 6.4 प्रतिशत पर बने रहने की उम्मीद जताई थी। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति जनवरी में 6.52 प्रतिशत जबकि फरवरी, 2022 में 6.07 प्रतिशत थी।