अमेरिका की नाक के नीचे से रूस तक उड़ा विमान, ईरानी कनेक्शन से बवाल

इस विमान के आर्जेंटीना में पकड़े जाने पर ईरानी सेना की अंतरराष्ट्रीय पहुंच को लेकर चिंता बढ़ गई है। इस विमान के फ्लाइट डेटा से पता चला है कि यह रूस की राजधानी मास्को से उड़ा था और ईरान की राजधानी तेहरान तक गया था। इसके बाद यह वेनेजुएला के कराकस शहर गया था। यह विमान कम से कम तीन बार वेनेजुएला गया था और वह बेलग्रेड और मैक्सिको में भी रुका था।

अमेरिका की नाक के नीचे से रूस तक उड़ा विमान, ईरानी कनेक्शन से बवाल
अमेरिका ने विमान के पकड़े जाने के बाद अब इस पूरे मामले में अपनी नजर गड़ा दी है। वहीं इजरायल ने 'संभावित खतरे' की पहचान करने पर आर्जेंटीना की तारीफ की है।

18 जून 22।  यूक्रेन युद्ध के बीच ईरान से जुड़े एक रहस्यमय विमान के अमेरिका के करीब स्थित वेनेजुएला और रूस तक यात्रा करने से बवाल मच गया है। यह विमान आर्जेंटीना पहुंचा था जहां उसे जब्त कर लिया गया है। बोइंग 747 विमान को आर्जेंटीना में जब्त किए जाने के बाद अब वहां के अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं। आर्जेंटीना को संदेह है कि इस विमान के जरिए जासूसी की जा रही थी। उसने चालक दल के 19 सदस्यों को अरेस्ट कर लिया है जिसमें 5 ईरानी हैं। बताया जा रहा है कि यह विमान वेनेजुएला का था।
रिपोर्ट के मुताबिक इन 5 लोगों पर संदेह है कि वे ईरानी सेना के कुद्स फोर्स के सदस्य हैं। कुद्स फोर्स पर विदेशों में इजरायल और अन्य देशों के खिलाफ कई गुप्त हमले करने के आरोप हैं। ईरान के अंसतुष्ट लोगों ने चेतावनी दी है कि इस विमान को हिरासत में लिया जाना इस बात का सबूत है कि ईरानी प्रशासन राज्य प्रायोजित आतंकवाद को अमेरिका और उसके करीबी देशों तक फैला रहा है। ईरान के बारे में संदेह है कि वह वेनेजुएला जैसे देशों को हथियार मुहैया कराता है। हालांकि पकड़े गए विमान पर कोई हथियार नहीं मिला है।
ईरानी सेना की अंतरराष्ट्रीय पहुंच को लेकर चिंता बढ़ी
इस विमान के आर्जेंटीना में पकड़े जाने पर ईरानी सेना की अंतरराष्ट्रीय पहुंच को लेकर चिंता बढ़ गई है। इस विमान के फ्लाइट डेटा से पता चला है कि यह रूस की राजधानी मास्को से उड़ा था और ईरान की राजधानी तेहरान तक गया था। इसके बाद यह वेनेजुएला के कराकस शहर गया था। यह विमान कम से कम तीन बार वेनेजुएला गया था और वह बेलग्रेड और मैक्सिको में भी रुका था। इस विमान पर कुछ कलपुर्जे लदे थे, लेकिन चालक दल के 19 सदस्यों के होने की वजह से संदेह पैदा हो गया। इसमें ईरान के 5 और वेनेजुएला के 14 लोग शामिल थे।
अमेरिका ने विमान के पकड़े जाने के बाद अब इस पूरे मामले में अपनी नजर गड़ा दी है। वहीं इजरायल ने 'संभावित खतरे' की पहचान करने पर आर्जेंटीना की तारीफ की है। इजरायल ने चेतावनी दी है कि ईरानी विमान का इस्तेमाल हथियारों, इंसानों और उपकरणों के स्थानांतरण के लिए किया जा सकता है। अमेरिका ने ईरान और वेनेजुएला दोनों पर ही कई कड़े प्रतिबंध लगा रखे हैं।