भारत में मिली दो वैक्सीन को मंजूरी, भारतीय कोवैक्सीन के 50 लाख डोज खरीदेगा ब्राजील

जुलाई तक 30 करोड़ लोगों को टीका देने का लक्ष्य, दोनों ही टीके 100 प्रतिशत सुरक्षित, मामूली साइड इफेक्ट है- हल्का बुखार, एलर्जी 

भारत में मिली दो वैक्सीन को मंजूरी, भारतीय कोवैक्सीन के 50 लाख डोज खरीदेगा ब्राजील

भारतीय कंपनी भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सिन की दुनिया में डिमांड है। ब्राजीलियन एसोसिएशन ऑफ वैक्सीन क्लीनिक्स ने भारत बायोटेक के साथ समझौता किया है। इसके तहत ब्राजील को कोवैक्सिन के 50 लाख डोज दिए जाएंगे। इस पर अंतिम मुहर ब्राजीलियन हेल्थ रेग्युलेटर की अनुमति के बाद लगेगी। 3 जनवरी को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोवीशील्ड और कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी। कोवैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल चल रहे हैं। इससे पहले ही इसके आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी गई। भारत बायोटेक ने अभी यह भी नहीं बताया है कि यह कितनी असरदार है। यह जरूर बताया है कि यह इस्तेमाल के लिए 100 प्रतिशत सुरक्षित है। दिल्ली एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि दूसरा डोज लेने के 2 हफ्ते बाद शरीर में एंटीबॉडीज डेवलप होंगी। लोगों को टीके टीकाकरण कार्यक्रम के तहत लगाए जाएंगे। कंपनियों से कहा गया है कि ‘तीसरे चरण के ट्रायल पूरा कर रिपोर्ट सौंपें, ताकि स्थायी लाइसेंस पर फैसला हो सके। डीसीजीआई ने कहा कि दोनों टीके से सामान्य या मामूली साइड इफेक्ट हैं। जैसे- हल्का बुखार, एलर्जी आदि हैं, लेकिन दोनों ही टीके 100 प्रतिशत सुरक्षित हैं। टीके से नपुंसक होने जैसी बातें निराधार हैं। संभव है जिस राज्य में कोवीशील्ड की खेप भेजी जाएगी, वहां कोवैक्सिन न भेजी जाए, इससे टीकाकरण के दौरान किसी तरह की असमंजस की स्थिति नहीं बनेगी। इसके लिए दो-तीन दिन में स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) तय हो जाएंगे। मंजूर किए गए दोनों टीको की दो-दो डोज लगेंगी, जुलाई तक 30 करोड़ लोगों को टीका देने का लक्ष्य है।