हिमाचल में मानसून के आते ही तबाही
मानसून ने हिमाचल में दी दस्तक, आते ही हिमाचल में लैंडस्लैड चालू हो गयी है
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने दस्तक (Monsoon) देते ही तबाही मचा दी है. कई जगह बारिश आफत लेकर आई.भारी बारिश होने से कुल्लू, हमीरपुर और रामपुर में 3 स्थानों पर बादल फटे हैं. हमीरपुर के मंसोली में भारी बारिश (Heavy Rain) के कारण एक व्यक्ति की डूबने, जबकि शिमला के रोहडू में दो व्यक्तियों की पैर फिसलने से मौत हुई है. चंबा में एक व्यक्ति लापता बताया जा रहा है. बीते 72 घंटे में कुल 6 लोगों की मौत हुई है. बीते 12 घंटे में हिमाचल के धर्मशाला में सबसे अधिक 107 एमएम, मंडी के कटौला में 74 एमएम, कांगडा शहर में 90 एमएम और मंडी के गोहर में 67 एमएम बारिश हुई है.
जानकारी के अनुसार, भू-स्खलन होने के कारण राज्य में 7 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, बाढ़ की चपेट में आने से है. 4 गोसदनों के क्षतिग्रस्त होने के साथ 5 गौवंश और 35 के करीब बकरियां बहने की भी सूचना है. कुल्लू में मौहल खड्ड में बादल फटने उसे पानी का स्तर बढ़ गया, जिसमें 5 वाहनों और 3 ट्रैक्टरों को काफी नुकसान पहुंचा है. मंडी के थुनाग में भी बादल फटने से भारी तबाही हुई है मंडी के सराज की तुंगधार और कुल्लू की मौहल खड्ड में बाढ़ से एक दर्जन वाहन बह गए और कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं. कांगड़ा के नगरोटा बगवां के उपरली मझेटली में बिजली गिरने से मां और डेढ़ साल का बच्चा झुलस गए. उन्हें नगरोटा अस्पताल में भर्ती किया गया है.
मंडी के शिकारी देवी में शनिवार रात 200 लोग फंस गए, जिन्हें छह घंटे बाद निकाला गया. अब भी वहां पर 100 से अधिक छात्र फंसे हुए हैं. कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर जगह-जगह पहाड़ियों से पत्थर, मलबा और पेड़ गिरने से दूसरे दिन भी सभी ट्रेनें रद्द हो गईं. सिर्फ टॉय ट्रेन ही शिमला पहुंच पाई. प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सोमवार को ऑरेंज और मंगलवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है.
चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे अभी भी बंद है. चार मील और सात मील के पास मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है, लेकिन इसे बहाल होने में अभी समय लगेगा.
मंडी से कुल्लू वाया कटौला मार्ग कमांद के पास बन्द है, उसे भी खोलने का कार्य जारी है. अभी मंडी में बारिश रुकी है, लेकिन घनघोर बादल छाए हैं और बारिश कभी भी शुरू हो सकती है. मंडी पठानकोट मार्ग यातयात के लिए सुचारू है. पराशर घूमने के लिए आए चम्बा के 100 से ज्यादा स्टूडेंट बागी में सड़क टूटने के कारण बीती रात से फंसे हुए हैं. इन्हें रात को होम स्टे में ठहराया गया है. डीएसपी पधर संजीव सूद ने बताया कि सभी बच्चे सेफ हैं. सड़क बहाल करने का कार्य जारी है. सिरमौर जिले में NH-707 पांवटा साहिब शिलाई पर हेवणा के समीप भारी भूस्खलन से देर रात से बंद है. यहां पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी लम्बी कतारें लगी हुई हैं.
मंडी में कहा कहां- सड़के बंद
मंडी में पंडोह के पास चार मील और सात मील में हाईवे बंद है. जो कि सोमवार दोपहर दो बजे तक खुल सकता है. मनाली कुल्लू से आने वाले चैलचौक से होकर आ सकते हैं. मंडी से कटौला होते हुए कुल्लू जाने वाला मार्ग भी कई जगह बंद है. यह भी दोपहर बाद खुलेगा. बिलासपुर से आ रहे हेवी वाहनों को नागचला पर रोका गया है.यह जानकारी मंडी पुलिस की तरफ से दी गई है.
चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे अभी भी बंद है. चार मील और सात मील के पास मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है, लेकिन इसे बहाल होने में अभी समय लगेगा.
मंडी से कुल्लू वाया कटौला मार्ग कमांद के पास बन्द है, उसे भी खोलने का कार्य जारी है. अभी मंडी में बारिश रुकी है, लेकिन घनघोर बादल छाए हैं और बारिश कभी भी शुरू हो सकती है. मंडी पठानकोट मार्ग यातयात के लिए सुचारू है. पराशर घूमने के लिए आए चम्बा के 100 से ज्यादा स्टूडेंट बागी में सड़क टूटने के कारण बीती रात से फंसे हुए हैं. इन्हें रात को होम स्टे में ठहराया गया है. डीएसपी पधर संजीव सूद ने बताया कि सभी बच्चे सेफ हैं. सड़क बहाल करने का कार्य जारी है. सिरमौर जिले में NH-707 पांवटा साहिब शिलाई पर हेवणा के समीप भारी भूस्खलन से देर रात से बंद है. यहां पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी लम्बी कतारें लगी हुई हैं.
मंडी में कहा कहां- सड़के बंद
मंडी में पंडोह के पास चार मील और सात मील में हाईवे बंद है. जो कि सोमवार दोपहर दो बजे तक खुल सकता है. मनाली कुल्लू से आने वाले चैलचौक से होकर आ सकते हैं. मंडी से कटौला होते हुए कुल्लू जाने वाला मार्ग भी कई जगह बंद है. यह भी दोपहर बाद खुलेगा. बिलासपुर से आ रहे हेवी वाहनों को नागचला पर रोका गया है.यह जानकारी मंडी पुलिस की तरफ से दी गई है.