उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू: फंसे 41 मजदूरों को 400 घंटे बाद सुरक्षित निकाला गया
पीएम मोदी ने बचाव अभियान को बताया 'भावुक कर देने वाली कहानी'
संघर्ष और सफलता की दास्तान: उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू में जुटे हर हाथ को सलाम
उत्तरकाशी जिले में सिल्क्यारा टनल में 22 नवंबर को मलबे के दबने से फंसे 41 मजदूरों को 400 घंटे बाद सुरक्षित निकाल लिया गया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल बनाने में भारतीय सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस), राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएम) और स्थानीय प्रशासन के जवानों ने कड़ी मेहनत की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इस रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है। उन्होंने ट्वीट में आगे लिखा, "टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।"
रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल एनडीआरएफ के जवानों ने कहा कि यह सबसे चुनौतीपूर्ण ऑपरेशनों में से एक था। उन्होंने कहा कि मलबा इतना अधिक था कि उसे हटाने में काफी समय लगा। उन्होंने बताया कि फंसे हुए मजदूरों को ऑक्सीजन और भोजन की आपूर्ति के लिए सुरंग में सुरंग खोदनी पड़ी।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कई बार तकनीकी समस्याएं भी आईं। एक बार ऑगर मशीन टूट गई, जिससे बचाव कार्य में देरी हुई। हालांकि, सभी जवानों ने मिलकर इस चुनौती को भी पार कर लिया।
रेस्क्यू ऑपरेशन सफल होने के बाद सभी फंसे हुए मजदूरों को उत्तरकाशी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि सभी मजदूरों की हालत ठीक है।