नशे के चंगुल में गांव, रिश्ते आने भी बंद, बहू-बेटियां भी आ चुकी हैं गिरफ्त में

लोन देने वाली कंपनियों ने गांव का नाम ब्लैकलिस्ट कर दिया है। कहा जा रहा है कि कई लड़कियां और बहुएं भी नशे की चपेट में हैं। ग्रामीण बोले कि घरों में अवैध शराब बिकती है। बेचनी बंद करें तो ठेकेदार जान से मारने की धमकियां देते हैं।

नशे के चंगुल में गांव, रिश्ते आने भी बंद, बहू-बेटियां भी आ चुकी हैं गिरफ्त में
देश के कई गांव नशे के चंगुल में बुरी तरह फंसे हुए हैं, यह प्रतीकात्मक फोटो ऐसे ही गांवों का जीवंत सच है।

3 जून 22। हरियाणा के सिरसा के गांव शाहपुर बेगू की नस नस में धीरे-धीरे नशा घर करता जा रहा है। गांव के प्रत्येक परिवार तक नशे की आंच पहुंचने लगी है। जो नशा करते हैं, वह मजबूर हैं लेकिन अब बेचने वालों की स्थिति भी ठीक नजर नहीं आ रही। नशा बेचने से इंकार करने वालों को भी धमकियां मिलती हैं।

गांव में नशा इस प्रकार हावी है कि अब यहां के लड़कों की शादी के लिए रिश्ते आने भी बंद हो गए हैं। गांव की लड़कियां और बहुएं भी नशे की चपेट में है। ऐसे में अब ग्रामीण गांव में किसी भी अनजान व्यक्ति को देखते ही उसे घेर लेते हैं और गांव के लोग मार पिटाई तक उतारू हो जाते हैं।

नशा के खिलाफ अभियान और प्रयासों के बावजूद स्थिति नियंत्रण में नहीं आ रही है। ऐसे में गांव शाहपुर के ग्रामीण दो दिन पहले पुलिस अधीक्षक कार्यालय आए। इस दौरान प्रशासन और पुलिस के खिलाफ जमकर भड़ास भी निकाली। इतना ही नहीं, अब एक-दो दिन के भीतर एक बार फिर ग्रामीण एकत्र होकर लघु सचिवालय आएंगे और प्रशासन का घेराव करेंगे। साथ ही मीडिया को भी गांव की स्थिति से अवगत करवाएंगे। इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई  

घरों में बिकती है शराब

गांव की महिलाओं ने बताया कि गांव पूरी तरह नशे की चपेट में है। यहां घरों में अवैध शराब बिकती है। इतना ही नहीं शराब में मेडिकल नशा भी मिक्स किया जाता है ताकि शराब में नशा की मात्रा बढ़ाई जा सके। ग्रामीणों के विरोध पर यदि कोई व्यक्ति नशा बेचने का काम बंद भी करता है तो उसे शराब के ठेकेदारों द्वारा धमकियां मिलनी शुरू हो जाती है। इतना ही नहीं यदि किसी आरोपी को पुलिस के हवाले कर भी दिया जाए तो वह तुरंत छूटकर आ जाता है और गांव में दबंगई भी करता है। महिलाओं की मानें तो अब गांव के युवकों के रिश्ते भी आने बंद हो गए हैं और शादी नहीं हो रही। गांव में युवतियों से छेड़छाड़ की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। ग्रामीण बताते हैं कि लोन देने वाली कंपनियों ने इस गांव को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है और मोबाइल, वाशिंग मशीन सहित अन्य सामान खरीदने के लिए लोन की अनुमति देने से भी इंकार कर देते हैं। 

बहु करती है चिट्टे का नशा

बातचीत के दौरान एक दर्दनाक किस्सा सामने आया है। गांव के एक युवक की शादी के बाद पता चला कि नई बहु चिट्टे का नशा करती है। जब शादी के बाद बच्चा हुआ तो इसका असर उस पर भी नजर आया। बच्चा जन्म से ही दिव्यांग पैदा हुआ। इसके अलावा गांव की कई युवतियां भी नशे की चपेट में बताई जा रही हैं। गांव के एक युवक मंगत राम ने नशा मुक्ति के लिए अभियान चलाया, लेकिन उसे धमकियां मिलनी शुरू हो गई।