स्मार्टफोन को ब्लास्ट से बचाना है तो याद रखें ये टॉप-5 टिप्स

ऐसे कुछ तरीके और सावधानियां हैं जिनके इस्तेमाल के साथ हम स्मार्टफोन को फटने से बचा सकते हैं। आइये आपको उन जरूरी टिप्स के बारे में बताते हैं जिन्हें इस्तेमाल करने से आपके स्मार्टफोन में ब्लास्ट नहीं होगा।

स्मार्टफोन को ब्लास्ट से बचाना है तो याद रखें ये टॉप-5 टिप्स
ऐसे कुछ तरीके और सावधानियां हैं जिनके इस्तेमाल के साथ हम स्मार्टफोन को फटने से बचा सकते हैं।

शुक्रवार। स्मार्टफोन हममें से अधिकतर लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। आजकल हम स्मार्टफोन से घर का सामान मंगाने से लेकर अलार्म और फिटनेस ट्रैकिंग जैसे तक काम कर सकते हैं। लेकिन कई बार स्मार्टफोन में ब्लास्ट होने की घटनाएं भी सामने आती रहती हैं। आखिर फोन में ऐसा क्या होता है कि स्मार्टफोन फट जाता है। हालांकि, ऐसे कुछ तरीके और सावधानियां हैं जिनके इस्तेमाल के साथ हम स्मार्टफोन को फटने से बचा सकते हैं। आइये आपको उन जरूरी टिप्स के बारे में बताते हैं जिन्हें इस्तेमाल करने से आपके स्मार्टफोन में ब्लास्ट नहीं होगा।

1.ध्यान रखें कि फोन को लंबे समय तक चार्जिंग पर लगाकर ना छोड़ें। यानी रात में फोन को चार्जिंग पर लगाकर ना सोएं, कई बार ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जिनमें देर तक फोन चार्ज करने पर ब्लास्ट का पता चला। जब भी अपने फोन को चार्ज करें तो ध्यान रखें और फुल चार्ज होने पर इसे चार्जिंग से हटा दें।

2.याद रहे कि चार्जिंग के समय फोन में हैवी काम ना करें। जैसे कि मूवी देखना और गेम खेलना चार्जिंग के समय घातक हो सकता है और आपकी बैटरी का टेम्परेचर बढ़ सकता है। वैसे भी चार्जिंग के दौरान फोन का टेम्परेचर बढ़ता है और यह गर्म होता है।

3.जरूरी है कि फोन को हमेशा साथ आने वाले ओरिजिनल चार्जर से ही चार्ज करें। फोन को किसी दूसरे या लोकल चार्जर से चार्ज करना भी खतरनाक हो सकता है। संभव हो तो इसे अवॉइड करें।

4.कई बार मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट के चलते भी फोन में विस्फोट हो जाता है। फोन में दी गई लीथियम-आयन बैटरी में खामी के चलते भी कई बार फोन फट जाता है। किसी गलत कंपोनेंट या गलत तरीके से असेंबल होने के चलते बैटरी डैमेज हो जाती है और फट जाती है। ऐसा कहा जाता है कि सस्ती बैटरियों के फटने का खतरा ज्यादा रहता है।

5.एक और वजह जिसके चलते स्मार्टफोन फट जाते हैं, वो है बैटरी की फिजिकल कंडीशन। कई बार फोन नीचे गिरता है और इसके चलतै बैटरी को नुकसान पहुंचता है। इससे बैटरी के केमिकल या इंटरनल मैकेनिकल स्ट्रक्चर चेंज होता है और शॉर्ट-सर्किट, ओवरहीटिंग जैसी चीजें हो सकती हैं। बैटरी डैमेज होने के बाद कई बार फूल जाती है।