चीन, दुबई, कतर और सऊदी ने भी नहीं की पाकिस्तान की मदद...छलका दर्द

पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। उसके पास विदेशी कर्ज चुकाने के लिए भी पैसे नहीं बचे हैं। यही कारण है कि पाकिस्तान पर दिवालिया होने का खतरा मंडराने लगा है। सेंट्रल बैंक ऑफ पाकिस्तान के अनुसार, देश का आधिकारिक विदेशी मुद्रा भंडार 8.57 बिलियन डॉलर से घटकर 754 मिलियन डॉलर हो गया है।

चीन, दुबई, कतर और सऊदी ने भी नहीं की पाकिस्तान की मदद...छलका दर्द
पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। उसके पास विदेशी कर्ज चुकाने के लिए भी पैसे नहीं बचे हैं। यही कारण है कि पाकिस्तान पर दिवालिया होने का खतरा मंडराने लगा है। सेंट्रल बैंक ऑफ पाकिस्तान के अनुसार, देश का आधिकारिक विदेशी मुद्रा भंडार 8.57 बिलियन डॉलर से घटकर 754 मिलियन डॉलर हो गया है। यह पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में सबसे बड़ी गिरावट है। 

31 जुलाई 22। पाकिस्तान के पूर्व आतंरिक मंत्री शेख रशीद ने कबूल किया(Interior Minister Sheikh Rashid confesses) है कि उनका देश आर्थिक संकट में फंस चुका है। रशीद ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि चीन, दुबई, कतर और सऊदी अरब भी पाकिस्तान की सहायता के लिए नहीं आए। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से भी पाकिस्तान को तत्काल आर्थिक सहायता नहीं मिलने पर शहबाज शरीफ सरकार की आलोचना भी की। वहीं, शरीफ सरकार में शामिल मत्रियों ने आरोप लगाया कि देश के आर्थिक संकट के पीछे इमरान खान की पूर्ववर्ती सरकार का हाथ था। जिसे उनकी सरकार संभालने की कोशिश कर रही है।

शेख रशीद बोले- पाकिस्तान आर्थिक संकट में फंस गया है

शेख रशीद ने ट्वीट कर कहा, ''आर्थिक रूप से, देश फंस गया है। यहां तक कि चीन, दुबई, कतर और सऊदी अरब भी [देश की] सहायता के लिए नहीं आए और न ही आईएमएफ का बेलआउट पैकेज आया।" उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख इमरान खान को सत्ता से बाहर करने के लिए अविश्वास प्रस्ताव को पेश करने का निर्णय लंदन में लिया गया था।

पाकिस्तान के पास कर्ज चुकाने को भी पैसे नहीं

पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। उसके पास विदेशी कर्ज चुकाने के लिए भी पैसे नहीं बचे हैं। यही कारण है कि पाकिस्तान पर दिवालिया होने का खतरा मंडराने लगा है। सेंट्रल बैंक ऑफ पाकिस्तान के अनुसार, देश का आधिकारिक विदेशी मुद्रा भंडार 8.57 बिलियन डॉलर से घटकर 754 मिलियन डॉलर हो गया है। यह पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में सबसे बड़ी गिरावट है। 

आईएमएफ ने पाकिस्तान के सामने कड़ी शर्तें रखी

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने आर्थिक पैकेज बहाल करने के लिए पाकिस्तान के सामने कई कड़ी शर्तें रखी हैं। आईएमएफ ने कहा है कि पाकिस्तान को आर्थिक पैकेज पाने के लिए बिजली की दरें बढ़ानी होगी और पेट्रोलियम उत्पादों पर टैक्स लगाना होगा। पाकिस्तान क भ्रष्टाचार निरोधी कार्यबल का गठन भी करना होगा, जो सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए बनाए गए वर्तमान कानूनों की समीक्षा करेगा। 

भारत पर पाव-पाव भर के परमाणु बम से हमले की दे चुके हैं धमकी

शेख रशीद अहमद ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के भारत के फैसले के विरोध में परमाणु हमले की धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के पास पाव-पाव भर के परमाणु बम हैं। शेख रशीद अहमद इमरान खान की पार्टी पीटीआई के वरिष्ठ नेता हैं। उन्होंने 2020 से 2022 तक पाकिस्तान के 38वें गृह मंत्री के रूप में कार्य किया। वो इमरान सरकार में गृह मंत्री बनने से पहले रेल मंत्री थे। शेख रशीद ने अवामी मुस्लिम लीग की स्थापना की थी, बाद में जिसका विलय पीटीआई में करा दिया गया।