अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव ट्रम्प फ्लोरिडा में जीत गए, एरिजोना में बाइडेन चल रहे आगे

काउंटिंग जारी, डेमोक्रेट्स को 225 और रिपब्लिकंस को 213 इलेक्टोरल वोट्स मिले  100 साल से यही होता आया है- जो स्विंग स्टेट में जीतता है, वही व्हाइट हाउस पहुंचता है

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव ट्रम्प फ्लोरिडा में जीत गए, एरिजोना में बाइडेन चल रहे आगे

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए काउंटिंग जारी है। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार अब तक की गिनती में बाइडेन को 225, जबकि ट्रम्प को 213 इलेक्टर्स वोट मिल चुके हैं। खास बात है कि फ्लोरिडा में ट्रम्प जीत गए हैं। कहा जाता है कि इस स्विंग स्टेट में जो जीतता है, वही व्हाइट हाउस पहुंचता है। 100 साल का इतिहास यही कहता है। आयोवा में बाइडेन आगे हैं। इस बीच बाइडेन ने लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जहां अभी हम खड़े हैं, उससे काफी खुश हूं। विस्कॉन्सिन और मिशिगन से मिल रही खबरें अच्छा फील करा रही हैं। जब तक हर बैलट की गिनती नहीं हो जाती, तब तक चुनाव खत्म नहीं होगा। वहीं ट्रम्प ने ट्वीट किया कि हम ऊंचाई पर जा रहे हैं, लेकिन वे (डेमोक्रेट्स) जनमत पर डाका डालने की कोशिश कर रहे हैं। हम ऐसा किसी हालत में नहीं होने देंगे। एक बार जब मतदान खत्म हो गया तो कोई वोट नहीं डाल सकता। ट्रम्प ने यह भी कहा कि वे भी लोगों को संबोधित करेंगे।

अमेरिकी इतिहास की पहली ट्रांसजेंडर सारा मैक्ब्रिड स्टेट सीनेटर का चुनाव जीतीं
न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार सीनेट में अब तक डेमोक्रेट्स को 45 जबकि रिपब्लिकन्स को 44 सीटें मिली हैं। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में डेमोक्रेट्स को 118 जबकि रिपब्लिकन्स 140 सीटें मिली हैं। 72 साल बाद एरिजोना सीएनएन के मुताबिक इस बार रिपब्लिकन्स के गढ़ कहे जाने वाले एरिजोना में डेमोक्रेट्स ने सेंध लगा दी है। यहां बाइडेन खासी बढ़त हासिल कर चुके हैं। एरिजोना में इस उलटफेर की बड़ी वजह लैटिन लोग बताए जा रहे हैं। ट्रम्प इनको घुसपैठिया बताते आए हैं। बाइडेन ने इनका समर्थन किया। नतीजा सामने है। 2016 में ट्रम्प ने यहां 3 प्रतिशत ज्यादा वोट हासिल किए थे। इस बार इतने ही मतों से पीछे हैं। नतीजे आने शुरू हुए और जैसे-जैसे ये सिलसिला आगे बढ़ा तो इसके साथ बाइडेन समर्थकों का जोश भी बढ़ता गया। फोटो डेलावेयर में डेमोक्रेट कैंडिडेट जो बाइडेन के कैम्पेन हाउस चेस सेंटर (डेलावेयर) का है। यहां उनके समर्थकों ने कार रैली निकाली। नतीजे आने शुरू हुए और जैसे-जैसे ये सिलसिला आगे बढ़ा तो इसके साथ बाइडेन समर्थकों का जोश भी बढ़ता गया। फोटो डेलावेयर में डेमोक्रेट कैंडिडेट जो बाइडेन के कैम्पेन हाउस चेस सेंटर (डेलावेयर) का है। यहां उनके समर्थकों ने कार रैली निकाली। एनवाईटी के मुताबिक कैलिफोर्निया के अलावा ओरेगन, इदाहो और वॉशिंगटन स्टेट में कांटे की टक्कर है। ट्रम्प ने कहा था कि वे इस बार इदाहो और ओरेगन में सीधी जीत दर्ज करेंगे। पहली ट्रांसजेंडर स्टेट सीनेटर जो बाइडेन के होम स्टेट डेलावेयर से सारा मैक्ब्रिड स्टेट सीनेटर का चुनाव जीत चुकी हैं। वे अमेरिकी इतिहास की पहली ट्रांसजेंडर हैं, जो स्टेट सीनेट के लिए चुनी गई हैं।

फ्लोरिडा और पेन्सिलवेनिया में मुकाबला कांटे का है
सीएनएन की पॉलिटिकल एनालिस्ट डाना बैश के मुताबिक फ्लोरिडा और पेन्सिलवेनिया में मुकाबला काफी कांटे का है। इससे यह भी अनुमान लगाया जा सकता है कि पूरे देश की भी यही तस्वीर होने जा रही है। डेमोक्रेट्स को लैंडस्लाइड विक्ट्री की उम्मीद थी। फिलहाल ही सही ट्रम्प ने उस पर पानी फेर दिया है। सीनेट की बात कर लेते हैं। अब तक 43 सीटों पर डेमोक्रेट जबकि 38 रिपब्लिकन आगे हैं। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में डेमोक्रेट 53 और रिपब्लिकन 79 सीटों पर आगे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक एक रोचक आंकड़ा सामने आ रहा है। 2016 में जिन लोगों ने वोट नहीं किया था, या जिन्होंने पिछले चुनाव में थर्ड पार्टी को वोट दिया था। इन दोनों ने इस बार बाइडेन को वोट दिया है। डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर मिच मैक्डोनेल ने पार्टी नेताओं से कहा- अगर हम जीतते हैं इसे बड़े दिल और विनम्रता से स्वीकार करें। अगर आप गलत बातें कहते हैं, नस्लवादी बातें करते हैं तो देश में हिंसा भड़क सकती है।

ट्रम्प कारोबारी से नेता बने एवं बाइडेन 1973 में ही सीनेटर बन गए थे
टम्प 74 साल के हैं और बाइडेन उनसे 3 साल बड़े यानी 77 साल के हैं। ट्रम्प कारोबारी से नेता बने। बाइडेन 1973 में ही सीनेटर बन गए थे। ट्रम्प प्रोटेस्टेंट हैं। बाइडेन रोमन कैथोलिक। ट्रम्प ने 3 जबकि बाइडेन ने 2 शादियां कीं। बाइडेन की एक पत्नी का निधन हो चुका है। ट्रम्प के 5 और बाइडेन के 4 बच्चे हैं। एक बेटे की मौत हो चुकी है। सुबह 4 नवंबर सुबह 5 बजे करीब काउंटिंग शुरू हुई। दो राज्यों में 13 नवंबर तक पोस्टल बैलट मिलेंगे।लैंडस्लाइड मार्जिन रहा तो बुधवार को ही नतीजे साफ हो सकेंगे। मार्जिन कम रहा तो मामला टल जाएगा। 10 नवंबर से 8 दिसंबर तक सर्टिफिकेशन प्रॉसेस चलेगा यानी इलेक्टर्स के नतीजों की औपचारिक घोषणा। 14 दिसंबर को इलेक्टर्स वोटिंग करेंगे। 6 जनवरी को इनकी गिनती होगी। 20 जनवरी को नया राष्ट्रपति शपथ शपथ लेंगे।