सिंधिया घराने ने स्थापित किया था ग्वालियर में गोपाल मंदिर, हर जन्माष्टमी पर नगर निगम पहनाता है 10 करोड़ के आभूषण

त्यौहार के बाद निगम अपने बैंक लाॅकर में जमा करा देता है आभूषण

कोरोना के बीच देशभर में बुधवार को लोगों ने जन्माष्टमी का त्यौहार भी मनाया। मथुरा, द्वारिका, काशी, सभी जगह भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है।
जन्माष्टमी के मौके पर हम आपको मप्र के ग्वालियर शहर के गोपाल मंदिर की कहानी बता रहे हैं, जिसकी स्थापना तो सिंधिया परिवार ने स्टेट टाइम में की थी, लेकिन अब उसकी देखरेख का जिम्मा ग्वालियर नगर निगम के पास है। सबसे दिलचस्प बात है जन्माष्टमी पर राधा और कृष्ण को पहनाए जाने वाले आभूषण। ग्वालियर नगर निगम कमिश्नर के मुताबिक इन आभूषणों की कीमत करीब 10 करोड़ रुपए है जिनमें बेशकीमती हीरे, जवाहरात, पन्ना, नीलम जैसे बेशकीमती रत्न जड़े हैं। बताते हैं कि ये आभूषण सिंधिया परिवार ने ही मंदिर के लिए दिए थे। वो वर्तमान में निगम की कस्टडी में संभाल कर रखे जाते हैं।
सिर्फ जन्माष्टमी पर बाहर आते हैं गहने, फिर पूरी साल लाॅकर में रहते हैं
 नगर निगम इन आभूषणों को सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की जयेंद्रगंज शाखा में अपने लाॅकर में रखता है। सिर्फ जन्माष्टमी पर यह आभूषण बैंक लाॅकर से बाहर लाए जाते हैं। मंदिर में पूरी पुलिस सुरक्षा के बीच यह आभूषण लाए जाते हैं। राधा और कृष्ण की मूर्ति को ये आभूषण पहनाए जाते हैं। त्यौहार के बाद निगम पुलिस सुरक्षा में ही इन आभूषणों को वापस बैंक में अपने लाॅकर में अगली जन्माष्टमी तक के लिए जमा कर देता है।