सरपंच की हत्या के बाद बढ़ते तनाव के बीच इंदौर आईपीएफ कमिश्नर मुकेश रावत की गिरफ्तारी की मांग
स्थानीय लोगों ने शीघ्र न्याय और जवाबदेही की मांग की
ग्वालियर इंदौर के इपीएफ कमिश्नर मुकेश रावत की गिरफ्तार की मांग को लेकर दिवंगत बन्हेरी सरपंच विक्रम रावत के परिवार के लोग एसपी ऑफिस पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि दो-दो हत्या के मुकदमे दर्ज होने के बावजूद भी इंदौर का इपीएफ कमिश्नर मुकेश रावत गिरफ्तार नहीं हुआ है। न ही सरकार ने उसे निलंबित किया है ।वह हर बार अपने रसूख और पैसे के बल पर अपनी गिरफ्तारी से बचता रहा है। हालांकि 9 अक्टूबर को हुई सरपंच विक्रम रावत की हत्या के बाद मुकेश रावत को नामजद किया गया था। उसकी गिरफ्तारी पर 5000 रुपए का इनाम भी घोषित है। बावजूद इसके एक पखवाड़ा बीतने के बाद भी पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इसे लेकर परिवार के लोग आक्रोशित हैं। परिवार के लोगों ने आरोप लगाया कि दिवंगत सरपंच विक्रम रावत की हत्या के बाद जो लोग ग्वालियर पहुंचे थे ।उन पर पुलिस ने झूठे मुकदमे लाद दिए हैं। पुलिस मुकेश रावत के परिवार के भोपाल और बन्हेरी आरोन में स्थित मकानों को नहीं तोड़ सकी है। वहीं पुलिस का कहना है कि इस मामले में इपीएफ कमिश्नर की गिरफ्तारी के प्रयास किया जा रहे हैं। उसकी संपत्ति जप्त करने के लिए पुलिस कार्य योजना बना रही है। गौरतलब है कि 9 अक्टूबर को पड़ाव थाना क्षेत्र के कांति नगर में वकील से मिलने आए बन्हेरी सरपंच विक्रम रावत की हमलावरों ने गोलियों से भून कर हत्या कर दी थी। इस मामले में इपीएफ कमिश्नर सहित आधा दर्जन से ज्यादा लोग नामजद हैं। पुलिस कुछ ही आरोपियों को गिरफ्तार कर सकी है ।घटना के बाद प्रतिक्रिया स्वरूप गांव में आरोपियों के घर और रिश्तेदारों के मकानों को आक्रोषित लोगों ने आग के हवाले कर दिए थे।
बाइट- नीतू रावत, मृतक सरपंच की पत्नी।
बाइट- निरंजन शर्मा... एएसपी ग्वालियर