बेकाबू हू्आ कोरोना,मेडिकल कॉलेज के सौ से ज्यादा जूनियर डॉक्टर संक्रमित,वार्ड आरक्षित

बेकाबू हू्आ कोरोना,मेडिकल कॉलेज के सौ से ज्यादा जूनियर डॉक्टर संक्रमित,वार्ड आरक्षित
ग्वालियर। कोरोना संक्रमण की स्थिति ग्वालियर में दिनोंदिन गंभीर होती जा रही है और अब तो इसकी चपेट में ग्वालियर स्थित गजराराजा मेडिकल कॉलेज के सौ से ज्यादा जूनियर डॉक्टर भी आ गए हैं। इसके अलावा जिले के कई सरकारी अस्पतालों में भी डॉक्टर और नर्स भी कोरोना पॉजीटिव हो रहे हैं। इसी के चलते मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ समीर गुप्ता ने एक पूरा वार्ड डॉक्टरों के लिए आरक्षित करा दिया है ताकि समुचित इलाज मिल सके। 
इस समय फ्रंटलाइन वर्कर  डॉक्टर और नर्स तेजी से कोरोना पॉजीटिव हो रहे हैं जिसके चलते मेडिकल कॉलेज के 220 में से  110 जूनियर डॉक्टर कोरोना संक्रमित हो चुके हैं जिसमें सबसे ज्यादा मेडिसिन और स्त्री रोग विभाग के 40 जूनियर डॉक्टर कोरोना संक्रमित निकले, ENT के 12, बालरोग विभाग में 10 डॉक्टर कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इस बारे में जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि वे सीधे मरीजों के संपर्क में आते हैं। पहले अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों का रैपिड एंटीजन टेस्ट होता था, जिससे तुरंत मरीज में कोरोना की स्थिति की जानकारी मिल जाती थी, लेकिन फिलहाल इस पर रोक लगा दी है। इसका प्रभाव सीधे इलाज करने वाले जूनियर डॉक्टरों पर पड़ा है। सौ से ज्यादा जूनियर डॉक्टरों के बीमार होने से  मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में मरीज के इलाज पर भी प्रभाव पड़ा है जिसकी पुष्टि डीन एवं वरिष्ठ ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ समीर गुप्ता ने की है । संक्रमण का कारण रेपिड एंटीजेन टेस्ट के बंद होने के कारण पर उन्होंने कहा कि ऐसा उच्च दिशा निर्देश के चलते किया जा रहा है हालांकि सर्जरी केस में हम रेपिड एंटीजेन टेस्ट करवा रहे हैं। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए मेडिकल कॉलेज के डीन ने एक पूरा वार्ड जूनियर डॉक्टरों के लिए आरक्षित कर दिया है, जिससे उनका इलाज सही तरीके से हो सके। 
उधर जिले के अन्य अस्पतालों में भी तैनात डॉक्टर भी कोरोना का शिकार हो रहे हैं। ग्वालियर के सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा भी कोरोना पॉजीटिव होकर आइसोलेशन में हैं एवं उनका प्रभार डॉ बिंदु सिंघल पर है।