आरोपी संदीप ने एसपी को लिखा पत्र-- पीड़िता को उसकी मां और भाई ने ही पीटा था, जिससे उसकी मौत हो गई

आरोपी ने यह भी कहा- लड़की से हमारी दोस्ती थी, बात भी होती थी उप्र के हाथरस जिले के बुलगढ़ी गांव में हुए गैंगरेप में आया नया मोड़

आरोपी संदीप ने एसपी को लिखा पत्र-- पीड़िता को उसकी मां और भाई ने ही पीटा था, जिससे उसकी मौत हो गई

उप्र के हाथरस जिले के बुलगढ़ी गांव में 19 साल की दलित लड़की के साथ कथित गैंगरेप के मुख्य आरोपी संदीप को पुलिस जेल भेज चुकी है। 20 सितंबर को उसे गिरफ्तार किया गया था। पीड़िता की मौत के मामले में गुरुवार को नया खुलासा हुआ है। मुख्य आरोपी संदीप ने 7 अक्टूबर को जेल से हाथरस के एसपी को पत्र लिखा, जो गुरुवार को सामने आया। संदीप ने खुद को और तीन अन्य आरोपियों को बेकसूर बताते हुए पीड़िता की मां और उसके भाई पर गंभीर आरोप लगाए हैं। संदीप ने कहा कि लड़की से उसकी दोस्ती थी। ये बात उसके परिवार को पसंद नहीं थी। घटना वाले दिन मौके पर था, लेकिन मुझे लड़की की मां और भाई ने घर भेज दिया था। बाद में मुझे आरोपी बनाकर जेल भेज दिया गया। लड़की के साथ उसकी मां और भाई ने ही मारपीट की, जिससे उसकी मौत हो गई। संदीप ने निष्पक्ष जांच की मांग की है। लेटर पर अन्य आरोपी रवि, रामू और लवकुश के नाम लिखा और अंगूठा लगाया।


संदीप ने एसपी से न्याय दिलाने की मांग की
संदीप ने पत्र में लिखा कि मुझे 20 सितंबर को झूठे मुकदमे में जेल भेजा गया है। मुझ पर आरोप लगाया कि गांव की लड़की के साथ गलत काम और मारपीट की गई थी, जिसकी बाद में मौत हो गई। इस झूठे केस में अलग-अलग दिनों में गांव के तीन अन्य लोगों लवकुश, रवि और रामू को जेल भेजा गया। वे मेरे रिश्ते में चाचा हैं। पीड़ित गांव की अच्छी लड़की थी, उससे मेरी दोस्ती थी। मुलाकात के साथ मेरी और उसकी कभी-कभी फोन पर भी बात होती थी, लेकिन हमारी दोस्ती उसके परिवार वालों को पसंद नहीं थी। घटना के दिन उसकी और मेरी खेत पर मुलाकात हुई थी। उसके साथ मां और भाई भी थे। उनके कहने पर मैं अपने घर चला गया और पिताजी के साथ पशुओं को पानी पिलाने लगा। बाद में मुझे गांव वालों से पता चला कि मेरी दोस्ती को लेकर लड़की को उसकी मां और भाई ने मारा-पीटा था, जिससे उसे गंभीर चोट आई, जिससे बाद में वह मर गई। मैंने कभी पीड़िता के साथ मारपीट और गलत काम नहीं किया। मामले में लड़की की मां और भाई ने मुझे और तीन अन्य लोगों को झूठे आरोप में फंसाकर जेल भिजवा दिया। हम सभी लोग निर्दोष हैं। कृपया मामले की जांच कराकर हमें न्याय दिलाने की कृपा करें।


आरोपी के परिजनों ने कहा- जेल में लड़कों की जान को खतरा है
आरोपियों के परिजन ने जेल में बंद अपने लड़कों की जान को खतरा बताया। उनका कहना है कि हमारे बच्चे जेल में सुरक्षित नहीं हैं। आरोपी रामू की भाभी ने कहा कि जेल में नेता मिलने जा रहे हैं। कहा जाता है कि जेल में सुरक्षा होती है, लेकिन मेरे बच्चों को जेल में खतरा है।