सेक्स पावर बढ़ाने और स्मार्ट बनने के लिए गधों का मांस खा रहे आंध्रा के लोग

सेक्स पावर बढ़ाने और स्मार्ट बनने के लिए गधों का मांस खा रहे आंध्रा के लोग
आंध्र प्रदेश के ओंगोल, ताडेपल्ली, विजयवाड़ा, चिराला और बापटला में गधों के मांस की खूब बिक्री हो रही है। लोग सेक्स पावर बढ़ाने, अस्थमा से छुटकारा पाने और दिमाग तेज करने के लिए गधों का मांस खा रहे हैं। पेटा ने राज्य में खुलेआम मांस की बिक्री को लेकर जांच की और रिपोर्ट सार्वजनिक की है।

19 अक्टूबर 22। किसी मूर्ख को गधा कहकर संबोधित किया जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी की उसी गधे का मांस लोग दिमाग बढ़ाने और सेक्स पावर बढ़ाने के लिए खाया जा रहा है। आंध्र प्रदेश में गधे के मांस की बिक्री खूब हो रही है। मांग के चलते प्रतिबंधित गधे का मांस भी बाजार में खूब बिक रहा है। इतना ही नहीं गधों के मांस की कीमतें भी मनमानी वसूली जा रही हैं। बीते दिनों आंध्र प्रदेश के बापटला में बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 400 किलो गधे का मांस जब्त किया था। पेटा की शिकायत पर भी आंध्र प्रदेश पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई करके गधों का मांस जब्त कर रही है।

जांच में सामने आया है कि गधों का अवैध वध हो रहा है। जिसके चलते कसाई सड़कों के किनारे, फ्लाईओवर के नीचे और अस्थायी स्टालों के पीछे खुलेआम गधों को काट रहे हैं। मांस के कारोबारी भी मुनाफे के चक्कर में खुलेआम गधों का मांस बेच रहे हैं।

पेटा ने की अंडरकवर जांच

आंध्र प्रदेश में पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) इंडिया ने इस मामले में हाल ही में एक अंडरकवर जांच की। इस जांच में टीम ने पाया कि ओंगोल, ताडेपल्ली, विजयवाड़ा, चिराला और बापटला का दौरा किया और पाया कि मांस के लिए गधों की हत्या की जा रही है।

गधों को मारना है बैन

भारत में, गधों को मारना और खाना बैन है। गधों की आबादी में सात साल की अवधि में लगभग 61% की गिरावट आई है। गधे का वध भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 429 का उल्लंघन करता है, और इसके लिए पांच साल तक की जेल, जुर्माना या दोनों की सजा हो सकती है।